सोलन से पुलवाहल जा रही HRTC बस में 42 यात्रियों की जान हलक में अटक गई जब जटोली के पास मालो गांव में बस अचानक अनियंत्रित हो गई और पहाड़ी से जा टकराई। बस में बैठे यात्रियों के लिए यह कुछ पलों का डरावना सपना बन गया। बस के अचानक पहाड़ी से टकराने के बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। कुछ यात्रियों को हल्की चोटें आईं, लेकिन कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। यह महज़ किस्मत का करिश्मा था कि इतनी बड़ी दुर्घटना में कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई। यह घटना HRTC की बसों की मेंटेनेंस पर भी सवाल खड़े कर रही है। यदि बस चलती सड़क पर स्टेयरिंग लॉक हो सकता है, तो क्या यह यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं है? प्रशासन को इस मामले की गहन जांच करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को टाला जा सके।
चालक के अनुसार, बस का स्टेयरिंग अचानक लॉक हो गया, जिससे वाहन पर से उसका नियंत्रण हट गया। गनीमत रही कि बस धीमी रफ्तार में थी, वरना यह हादसा एक बड़े खौफनाक हादसे में बदल सकता था .
बाइट बस चालक
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों ने HRTC से सभी बसों की सुरक्षा जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर बस की रफ्तार तेज होती, तो 42 परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट सकता था। प्रशासन को चाहिए कि इस मामले को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द जरूरी कदम उठाए!