निजी वाहनों में स्वर्ण आभूषणों की तस्करी, विभाग ने वसूला 47,300 रुपए जुर्माना

वस्तु एवं सेवा कर की चोरी कर पंजाब से हिमाचल में स्वर्ण आभूषण लाने का कार्य निरंतर जारी है। राज्य कर एवं आबकारी विभाग की आंखों में धूल झोंककर स्वर्ण व्यापारी निजी वाहनों में बड़े पैमाने पर स्वर्ण आभूषणों की तस्करी कर रहे हैं। गगरेट-होशियारपुर मार्ग पर विभाग के ई-सुविधा केंद्र पर एक बार फिर से विभागीय अधिकारियों ने बिना बिल के लाए जा रहे करीब सात लाख 88 हजार रुपये के स्वर्ण आभूषण पकड़े हैं। इस बाबत विभाग ने मौके पर ही 47,300 रुपए  जुर्माना भी वसूल किया है।

स्वर्ण आभूषणों पर वस्तु एवं सेवा कर बेहद कम है। स्वर्ण व चांदी आभूषणों पर महज तीन फीसदी वस्तु एवं सेवा कर वसूला जाता है लेकिन सोने की कीमत ज्यादा होने के कारण जीएसटी हजारों रुपये में बन रहा है और इसे बचाने के चक्कर में स्वर्ण व्यापारी लाखों रुपये के स्वर्ण आभूषण बिना बिल के ही ला रहे हैं। जिससे सीधे-सीधे सरकार को हर माह लाखों रुपये का चूना लग रहा है।

रविवार को भी राज्य कर एवं आबकारी विभाग के ई-सुविधा केंद्र पर तैनात अधिकारियों को सूचना मिली कि होशियारपुर से एक निजी वाहन में बिना बिल के स्वर्ण आभूषण आ रहे हैं। इस सूचना के आधार पर जब विभागीय टीम ने वाहन को रोककर तलाशी ली तो उसमें दो पैकेट बरामद हुए। जब इन्हें खोलकर जांच की तो उसमें स्वर्ण आभूषण पाए गए। व्यापारी के समक्ष ही इन्हें तोलने पर एक सौ चालीस ग्राम स्वर्ण आभूषण निकले। जिनकी बाजार कीमत सात लाख 88 हजार 290 रुपये पाई गई।

विभाग ने मौके पर ही 47,300 रुपये जुर्माना वसूल किया। राज्य कर एवं आबकारी विभाग के उपायुक्त विनोद सिंह डोगरा ने कहा कि कर चोरी करने वालों पर विभाग की पैनी नजर है और भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।