एक मजदूर की बचत भला क्या ही हो सकती है. दो वक्त की रोटी के लिए पूरा दिन पसीना बहाने वालों के बैंक खाते खंगाले जाएं तो शायद ही ऐसा हो कि उसमें हजारों में रुपये हों. ऐसे में किसी मजदूर के खाते में हजार या लाख नहीं बल्कि करोड़ों में रुपये पाए जाएं तो भला उसके लिए इससे ज्यादा हैरान करने वाली बात और क्या हो सकती है.
मजदूर के खाते में जमा हुए 200 करोड़
हरियाणा के चरखी-दादरी में आठवीं पास मजदूर भी कुछ इसी तरह हैरान रह गया जब उसके बैंक खाते में 200 करोड़ रुपये जमा हो गए. उसे जैसे ही बैंक खाते में पैसे आने की जानकारी मिली वैसे ही उसके होश उड़ गए. पूरा परिवार ये सोच कर हैरान रह गया कि इतने पैसे किसने और क्यों डाले होंगे. मामला ज्यादा देर तक छुपा ना रह सका और कुछ ही समय बाद यूपी पुलिस मजदूर युवक विक्रम के गांव बेरला पहुंच गई.
ट्वीट कर पीएम, सीएम को दी जानकारी
उन्हें बैंक खाते में पैसे आने की जानकारी मिली. एक तरफ जहां इतने पैसे देख हर कोई खुशी से झूम उठेगा, वहीं विक्रम के पूरे परिवार में डर का माहौल है. उन्हें लग रहा है कि ये कोई फ्रॉड का मामला है, इस वजह से उन्होंने सुरक्षा की गुहार लगाई है. इस संबंध में विक्रम ने पीएम, सीएम, डीजीपी सहित पुलिस के आला अधिकारियों को ट्वीट कर जानकारी दी. उसने आनलाइन एफआईआर करते हुए इसकी कॉपी पुलिस अधिकारियों को मेल पर भेजी है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जिला पुलिस इस मामले को लेकर कुछ भी बताने से बच रही है.
पुलिस ने की पूछताछ
दरअसल, दादरी जिला के गांव बेरला निवासी श्रमिक विक्रम और उसके चचेरे भाई प्रदीप ने ग्रामीणों के समक्ष विक्रम के बैंक खाते में 200 करोड़ रुपये होने की बात कही तो पूरे क्षेत्र में चर्चा होने लगी. श्रमिक विक्रम और परिजनों ने यह भी दावा किया कि यूपी पुलिस ने उनके घर दबिश देते हुए विक्रम के यश बैंक खाते में 200 करोड़ रुपए जमा होने की जानकारी देते हुए पूछताछ भी की.
युवक विक्रम के भाई प्रदीप और मां बीना देवी ने बताया कि जिस खाते में रकम आई है वो यश बैंक का है और इस राशि को होल्ड किया गया है. फिलहाल परिजनों को इसकी जानकारी नहीं है कि ये राशि किसने और क्यों डाली है. खास बात ये है कि ये राशि डालने के लिए जितनी भी ट्रांजेक्शन हुई हैं, उन ट्रांजेक्शन की राशि के सभी अंक 9 ही हैं, जो अचरज की बात है.
आठवीं पास हैं विक्रम
बेरला निवासी विक्रम आठवीं तक पढे हैं. दो महीने पहले ही पटौदी क्षेत्र में उनकी नौकरी लगी. एक्सप्रेस-20 नामक कंपनी में वह एक मजदूर के रूप में काम कर रहे थे. विक्रम के भाई प्रदीप ने बताया कि कंपनी ने विक्रम का बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए उससे उसके दस्तावेज लिए लेकिन बाद में उसका खाता रद्द होने की बात कहकर उसे नौकरी से निकाल दिया गया. वहां विक्रम ने करीब 17 दिन काम किया. यूपी पुलिस को बैंक से जानकारी मिली कि विक्रम के खाते में 200 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस संबंध में बाढड़ा थाना प्रभारी ने कहा है कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. वहीं डीएसपी अशोक कुमार ने मामले को लेकर मीडिया से दूरी बनाए रखी. साथ ही कर्मचारी के माध्यम से सूचना भेजी कि पैसों के मामले में वे कुछ नहीं बता सकते.