आपदा में विश्वास का पर्याय: हिमाचल पुलिस

हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष हो रही भारी वर्षा से त्रस्त जन-जन की पीड़ा को कम करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के संवेदनशील नेतृत्व में प्रदेश सरकार एवं सभी अधिकारी तथा कर्मचारी दिन-रात सतत् क्रियाशील हैं। आपदा के समय में हिमाचल प्रदेश में किया जा रहा कार्य पूरे देश को राह दिखा रहा है।
पूरे प्रदेश के साथ-साथ सोलन ज़िला में इस वर्ष भारी वर्षा से व्यापक क्षति हुई है। अभी तक ज़िला में 625 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान आंका गया है। ऐसी परिस्थिति में गत लगभग 02 माह से सोलन ज़िला के सभी अधिकारी, कर्मचारी और स्वयं सेवी संस्थाएं संकट ग्रस्त मानवता की पीड़ा को कम करने के लिए कार्य कर रहे हैं। इन विषम परिस्थितियों में सोलन पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्य की पूरे प्रदेश एवं देश में सराहना की जा रही है।
ज़िला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते हुए सोलन पुलिस ने जहां कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को यथावत रखा वहीं हिमाचल के प्रवेश द्वार सोलन के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग-05 को विपरीत हालात में भी सुचारू रखा।
राष्ट्रीय राजमार्ग-05 न केवल प्रदेश के सोलन, शिमला और ऊपरी क्षेत्रों सहित जनजातीय ज़िला किन्नौर की जीवनरेखा है अपितु देश की रक्षा की दृष्टि से सामरिक रूप से महत्वपूर्ण भी है। ज़िला पुलिस सोलन ने इस मार्ग पर लगातार हो रहे भूस्खलन के मध्य यातायात को नियमित बनाया, जगह-जगह फंसे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित बनाई और पर्यटकों में विश्वास जगाया कि हिमाचल पुलिस जन-जन की सेवा में सदैव तत्पर है।
लगातार हो रही भारी वर्षा, नियमित भूस्खलन और समय-समय पर बंद हो रहे राष्ट्रीय राजमार्ग की कठिन परिस्थितियों के मध्य सोलन पुलिस ने गत लगभग 02 माह में राष्ट्रीय राजमार्ग-05 से 02 लाख 50 हजार से अधिक वाहनों को सुरक्षित गंतव्य स्थल तक पहुंचाया हैं। इस अवधि में सोलन पुलिस ने 13 हजार 220 ऐसे वाहनों की  राष्ट्रीय राजमार्ग से सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित बनाई जो घरेलू गैस, खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यक सामग्री ला रहे थे। इससे प्रदेश के एनएच 05 के क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का संकट उत्पन्न नहीं हुआ।
आपदा का यह समय में हिमाचल प्रदेश के लिए आर्थिक रूप में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस अवधि में हिमाचल की आर्थिकी को सम्बल प्रदान करने वाला सेब प्रदेश से बाहर मण्डियों में विक्रय के लिए भेजा जा रहा है। सेब को मण्डियों तक समय पर पहंुचाना अत्यंत आवश्यक है और ज़िला पुलिस सोलन ने इस अवधि में 9570 सेब ले जा रहे तथा 4100 अन्य सब्जियां एवं फल ला-ले रहे वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित की।
राष्ट्रीय राजमार्ग-05 के कुछ दिनों तक पूर्ण रूप से बंद होने तथा तदोपरांत बार-बार बाधित होने की स्थिति में प्रदेशवासियों एवं पर्यटकों को परेशानी से बचाने के लिए भी ज़िला पुलिस सोलन चाक-चैबंद योजना के साथ सामनी आई। ऐसी परिस्थिति में आमजन की सुविधा के लिए वैकल्पिक मार्ग सुचारू रखे गए और ज़िला पुलिस शिमला, सिरमौर, बद्दी तथा पड़ोसी राज्य के पंचकूला की पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर त्वरित जानकारी साझा की गई। वैकल्पिक मार्गों के विषय में जागरूक मीडिया को नियमित रूप से सूचित किया गया ताकि लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
राष्ट्रीय राजमार्ग-05 पर चक्की मोड़ के समीप बाधित सड़क पर जन-जन की सुरक्षा सुनिश्चित बनाने तथा यातायात सुचारू रखने के लिए ज़िला पुलिस सोलन का कार्य चहुं ओर सराहा जा रहा है। आज हालांकि राष्ट्रीय राजमार्ग-05 लगभग बहाल हो चुका है किंतु ज़िला पुलिस सोलन के अधिकारी व कर्मचारी आमजन की सुरक्षा के लिए 24 x 7 मुस्तैद हैं।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह इस विषय में अवगत करवाया कि संकट के समय में राष्ट्रीय राजमार्ग-05 सहित अन्य संवेदशील स्थानों पर सोलन पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी हर समय कार्यरत हैं। केवल राष्ट्रीय राजमर्गा-05 पर ही लगभग 250 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत है। उन्होंने कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए सोलन ज़िला के टिपरा एवं शालाघाट के मध्य 07 मोटरबाईक सवार पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सेब सीज़न के दृष्टिगत तथा अन्य व्यापारियों की सुविधा के लिए ज़िला पुलिस ने आढ़तियों, लदानियों और व्यापारियों के साथ एक व्हाट्स ऐप ग्रुप भी बनाया। इस ग्रुप में मार्ग एवं यात्रा सम्बन्धी जानकारियां साझा की जा रही है। मीडिया के साथियों को भी नियमित अपडेट किया जा रहा हैं।
सोलन पुलिस के इन प्रयासों ने पुलिस का मानवीय चेहरा हम सभी के समुख प्रस्तुत किया है और आमजन के इस विश्वास को पुख़्ता किया है कि हिमाचल पुलिस हर संकट में त्वरित एवं तत्पर कार्य करने से कभी पीछे नहीं हटती।