पंडोह के साथ लगते तवाराफी मिडल स्कूल के अध्यापकों और स्टाफ ने अपने स्कूल पर आई आपदा से निपटने के लिए किसी सरकार की मदद का इंतजार न करते हुए अपनी जेब से पैसे खर्च कर स्कूल परिसर की सफाई करवा डाली। हालांकि इस कार्य में पंडोह स्कूल से आए एनएसएस, स्काउट एंड गाईड के वालंटियरों, स्थानीय ग्राम पंचायत, एसएमसी और स्थानीय लोगों का भी भरपूर सहयोग मिला।
स्कूल के कार्यवाहक मुख्याध्यापक घनश्याम ने बताया कि 14 अगस्त को स्कूल के साथ वाले नाले में भयंकर बाढ़ आ गई। इस कारण मिडल स्कूल तवाराफी का एक कमरा पूरी तरह से ढह गया जिसमें स्मार्ट क्लास का सारा सामान रखा हुआ था। स्कूल का खेल मैदान पूरी तरह से बह गया, जो दो मंजिला भवन के 6 कमरे थे उसकी धरातल में भारी मलबा चला गया था।
स्कूली बच्चों को कोई परेशानी न हो इसके लिए सभी ने मिलकर श्रमदान का निर्णय लिया। भारी मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीन लगाई गई और इसका सारा पैसा शिक्षकों और स्टाफ ने अपनी जेब से अदा किया। श्रमदान में एनएसएस और भारत स्काउट एंड गाइड के वालंटियरों और स्थानीय लोगों ने भरपूर साथ देकर कमरों में घुसे सारे मलबे को बाहर निकाला।
26 अगस्त को स्कूल पूरी तरह से तैयार कर लिया गया था और 28 अगस्त से सभी कक्षाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। बारिश के कारण स्कूल का 30 लाख का नुकसान हुआ है। इस कार्य में पंडोह स्कूल के प्रधानाचार्य, स्थानीय पंचायत प्रधान, एसएमसी और स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिला, जिसके लिए सभी का आभार।