हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की नाहन से शिमला जा रही बस में रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) के त्यौहार का एक अलग नजारा था। दरअसल, बस में काफी संख्या में युवतियां अपने भाइयों को राखियां बांधने के लिए जा रही थी।
बस का परिचालक (Conductor) नासिर खान ये सोच रहा था कि उसकी कलाई भी बहनों के स्नेह से पटी होनी चाहिए थी। इसी दौरान युवतियों ने भी परिचालक की कलाई को सूना देखकर उससे राखी बंधवाने के लिए पूछा तो मानों नासिर की इच्छा पलक झपकते ही पूरी हो गई। एक के बाद एक बहनों ने नासिर को राखी बांधनी शुरू कर दी।
आपको बता दें कि रक्षा बंधन के मौके पर एचआरटीसी द्वारा महिलाओं को निशुल्क बस यात्रा दी जाती है। नासिर खान ने अनुभव पर कहा कि मुस्लिम धर्म में राखी का त्यौहार नहीं मनाया जाता है, लेकिन भाई व बहन का रिश्ता जाति-धर्म को नहीं देखता है। बस में सफर करने वाली बहनों से रक्षा सूत्र बंधवा कर बेहद उत्साहित महसूस कर रहे हैं।
दीगर है कि कुछ समय पहले एक वीडियो वायरल होने के बाद परिचालक को निलंबित (Suspend) भी कर दिया गया था। लेकिन यकीन मानिए, सोशल मीडिया में नासिर खान के पक्ष में एक भूचाल आ गया था। निलंबन को रद्द करने की मांग ने ऐसा तूल पकड़ा था कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंधन को कुछ समय बाद ही नासिर को बहाल करना पड़ा था।
दरअसल, निगम के परिचालक की खासियत ये है कि वो बस में सफर करने वाले यात्रियों का दिल जीत लेता है। जरूरतमंदों की मदद करने में भी गुरेज नहीं करता। यहां तक की किसी गरीब का किराया देना हो तो अपनी जेब से देने को तैयार रहता है।
हालांकि, नासिर को रक्षा सूत्र बांधने वाली युवतियों से संपर्क नहीं हो पाया, लेकिन राखी बांधने के दौरान युवतियों के चेहरों की मुस्कान ही इस बात की गवाही दे रही थी कि वो परिचालक को भाई बनाकर खुश हैं।