नाहन : JBT में दाखिला लेने के इच्छुक युवाओं से जुड़ी खबर, जानिए ये डिप्लोमा क्यों खास

बेशुमार शैक्षणिक संस्थानों (Educational Institutions) द्वारा सैंकड़ों प्रोफेशनल कोर्स (Professional Course) करवाए जाते हैं। रोजगार मिले न मिले, संस्थान की गारंटी नहीं होती। मौजूदा में जेबीटी के कोर्स (JBT Course) की खासी होड़ है, लेकिन युवा संस्थान के चयन में चूक जाते हैं। शनिवार को सरकारी संस्थानों में जेबीटी की प्रवेश परीक्षा आयोजित हुई।

प्रवेश परीक्षा से निराश आवेदकों के लिए आस्था स्पेशल (Astha Special School) का दो वर्षीय डिप्लोमा भी शानदार विकल्प है। दो वर्षीय डिप्लोमा को भारतीय पुनर्वास परिषद (Rehabilitation Council of India) से मान्यता मिली हुई है। सरकारी व निजी संस्थानों से कोर्स करने वालों को केवल जेबीटी की पात्रता हासिल होती है, लेकिन आस्था स्पेशल स्कूल(Aastha Special School)  में 1 +1 का डिप्लोमा मिलता है।

शहर के आस्था स्पेशल स्कूल (Aastha Special School) द्वारा जेबीटी (JBT) के दो वर्षीय कोर्स को करवाया जाता है, लेकिन ये अन्य शैक्षणिक संस्थानों से बिलकुल भिन्न है। इसकी विशेषता ये है कि आस्था स्पेशल स्कूल से डिप्लोमा करने वालों को स्पेशल एजुकेटर (Special Educator) का भी डिप्लोमा हासिल हो जाता है।

डिप्लोमा धारक जेबीटी की नियमित भर्ती की प्रक्रिया में भी हिस्सा ले सकते है। रोजगार हासिल करने के साथ-साथ दर्जनों विद्यार्थी जेबीटी की नियमित भर्ती की तैयारी में भी जुटे हुए हैं। आस्था स्पेशल स्कूल की समन्वयक रुचि कोटिया ने बताया कि जेबीटी (JBT) का डिप्लोमा करने के इच्छुक युवाओं के लिए ये कोर्स बेहतर विकल्प है। डिप्लोमा को हासिल करने वाले को दोहरी पात्रता (Double Eligibility) प्राप्त होती है। उदाहरण के तौर पर अगर सरकार स्पेशल एजुकेटर के पद के आवेदन आमंत्रित करती है तो भी आवेदन किया जा सकता है। इसके अलावा जेबीटी के पद की पात्रता भी बन जाती है।

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बता दें कि इस बार भारतीय पुनर्वास परिषद (Rehabilitation Council of India) ने दो वर्षीय डिप्लोमा में ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा नहीं लेने का निर्णय लिया था। लिहाजा, स्कूल में इस बार राष्ट्रीय मेरिट के आधार पर दाखिला मिलेगा। आस्था स्पेशल स्कूल की समन्वयक का ये भी कहना है कि डिप्लोमा धारकों की प्लेसमेंट तय (Placement) होती है। उन्होंने कहा कि स्कूल से डिप्लोमा (Diploma) लेने वालों को रोजगार प्राप्ति के शानदार अवसर हासिल होते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में डिप्लोमा करने वालों को आउटसोर्स(Outsource) पर भी अवसर मिलता है।

ऐसे करें संपर्क 

आस्था स्पेशल स्कूल में दाखिला लेने के इच्छुक छात्रों के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। समन्वयक रुचि कोटिया का कहना है कि दाखिले लेने के इच्छुक उम्मीदवार स्कूल में आकर इस कोर्स के फायदों के बारे में भी जानकारी ले सकते हैं। दरअसल, युवाओं का एक तबका फायदेमंद कोर्स में दाखिला लेने से इस कारण भी चूक जाता है, क्योंकि ऑनलाइन आवेदन में विसंगतियां रह जाती हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल की काउंसलिंग टीम से मोबाइल नंबर 70186-95842, 98059-20934 व 98164-98494 पर संपर्क किया जा सकता है।

इन्हे मिला रोजगार 

संस्थान से डिप्लोमा करने वाली अंजना कुमारी, नीलाक्षा, तारा देवी, आंचल ठाकुर, ममता व अनीता को मोहाली के आरंभ सैंटर फॉर स्पेशल चिल्ड्रन में रोजगार मिला है। इसके अलावा राजस्थान के श्रीगंगानगर के जुबिन स्पेशल स्कूल में रवि कुमार को नौकरी मिल गई है।  आस्था स्पेशल स्कूल में संस्थान से डिप्लोमा करने वाली किरण देवी को एसओबी कोच (SOB Coach) नियुक्त किया है। इसके अलावा आस्था स्पेशल स्कूल में डिप्लोमा धारक मोनिका शर्मा, मीनाक्षी ठाकुर, किरण देवी, अंजना कुमारी, मेघा गौड़ को भी रोजगार प्राप्त हुआ है। सरकारी क्षेत्र में आउटसोर्स आधार पर विदुषी अग्रवाल की नियुक्ति स्पेशल एजुकेटर के तौर पर राजगढ़ व भारती भट्टी की नियुक्ति माजरा में हुई है।