राजधानी शिमला में लगातार हो रही मुसलाधार वर्षा ने कहर बरपा दिया है। बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन और पेड़ों के गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। शहर के ढली थाना अंतर्गत ब्लदयाँ इलाके में बुधवार सुबह भूस्खलन की चपेट में आने से दम्पति की मौत हो गई। दम्पति का शव मलबे से निकाला गया है।
हादसा ब्लदयाँ के शोल गांव में सामने आया। मृतक दम्पति मजदूरी का काम करती थी। इनकी पहचान झालु ओरेण (28) और राज कुमारी (21) पत्नी झालु के रूप में हुई है। ये दोनों झारखंड के गुमला जिला के मूल निवासी थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये दम्पति शोल गांव में कंस्ट्रक्शन साइट पर ठेकेदार के पास मजदूरी का काम कर रहे थे कि अचानक भारी भूस्खलन की जद में आ गए। ढली पुलिस ने शवों को मलबे से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी भेज दिया है।
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शहर में हो रही भयंकर बारिश से पैदल रास्ते नालों में तब्दील हो गए हैं। कर्मचारियों और रोजमर्रा के काम करने वाले लोगों को भूस्खलन के खतरे के बीच अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। राहत की बात यह है कि जिला प्रशासन ने बारिश की आशंका को देखते हुए आज व कल सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखे हैं। मौसम विभाग के अनुसार शिमला में सुबह साढ़े आठ बजे तक 132 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई है।
बहरहाल बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।