11 अगस्त को दिल्ली से फ्रैंकफर्ट के लिए उड़ान भरने वाली एयर विस्तारा की एक फ्लाइट में एक 10 वर्षीय बच्ची के ऊपर हॉट चॉकलेट गिर गई. बच्ची ने एक हॉट चॉकलेट ऑर्डर किया था लेकिन इसका आनंद लेने की बजाए ये एक कप हॉट चॉकलेट उसे दर्द दे गया.
बच्ची की मां ने एयरलाइन पर लगाए आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुससार एक केबिन क्रू मेंबर की गलती के कारण हॉट चॉकलेट बच्ची के ऊपर गिर गया. बताया जा रहा है कि इस घटना में बच्ची का बायां पैर काफी अधिक जल गया. इस घटना के बाद पीड़ित बच्ची की मां रचना गुप्ता ने विस्तारा एयरलाइंस पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि इस घटना के कारण उनकी लिस्बन की कनेक्टिंग फ्लाइट छूट गई. इस मामले पर बच्ची की मां का कहना है कि ‘केबिन क्रू की लापरवाही से बच्ची के पैरों पर हॉट चॉकलेट गिर गई है, जिससे उसके पैरों पर सेकेंड डिग्री बर्न हुए’. वहीं दूसरी तरफ एयरलाइन ने कहा कि, ‘हमसे गलती हुई है, हम इलाज कराएंगे.’
रचना गुप्ता ने बताया कि एक पैरामेडिक ने उनकी बच्ची तारा को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया और एयरलाइन ने उनके लिए एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की, लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी और ना उन्हें उच्च चिकित्सा लागत का भुगतान किया गया.
कंपनी ने माना- ‘ये हमारी गलती है’
दूसरी तरफ विमान कंपनी विस्तारा ने बुधवार को कहा कि पिछले हफ्ते राष्ट्रीय राजधानी से फ्रैंकफर्ट जा रहे विमान में एक लड़की गर्म पेय पदार्थ गिरने से घायल हो गई थी और उसके इलाज पर हुए खर्च की प्रतिपूर्ति कंपनी करेगी. कंपनी ने बताया कि यह घटना 11 अगस्त को उसकी उड़ान संख्या यूके25 में हुई थी.
एयरलाइन के एक प्रवक्ता का कहना है कि हमारे केबिन क्रू ने 10 वर्षीय बच्ची के माता-पिता के अनुरोध पर उसे गर्म चॉकलेट परोसी थी. बच्ची काफी चंचल थी इसलिए गर्म चॉकलेट उस पर गिर गई. हमारे चालक दल ने तुरंत आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा दी और विमान में सवार एक पैरामेडिक से सहायता मांगी, जिसने फ्रैंकफर्ट में उड़ान के उतरने तक स्वेच्छा से सहायता की.
एयरलाइन के अनुसार, उसने विमान के हवाई अड्डे पर उतरने के तुरंत बाद एंबुलेंस की व्यवस्था कर इलाज सुनिश्चित किया और बच्ची को उसकी मां के साथ अस्पताल भेजा. एक विस्तृत बयान में, कंपनी ने यह भी कहा कि वह भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचने के लिए सुधार कर रही है. एयरलाइन ने यह भी कहा कि उनकी टीम प्रभावित परिवार से संपर्क में है. उनका भारत आने का इंतजाम कर दिया गया है और बच्ची के मेडिकल बिल का भुगतान भी एयरलाइन ही करेगी.
परिवार का कहना- हमें उचित मदद नहीं मिली
प्रभावित परिवार के लोगों का कहना है कि इस घटना के कारण उनकी कनेक्टिंग फ्लाइट छूट गई. उन्होंने कहा, उनको सहायता उपलब्ध कराई गई लेकिन एयरपोर्ट पर उनको एंबुलेंस के साथ बिना किसी मदद के छोड़ दिया गया. दूसरा देश होने की वजह से उनको अस्पताल जाने और इलाज कराने का काम खुद करना पड़ा. उन्होंने कहा, हमारे सामान को एयरपोर्ट पर छोड़ दिया गया. जिसको लेने के लिए हमारे दोस्त का दोस्त एयरपोर्ट पर गया. उसको तीन चक्कर लगाने पड़े और 4-5 घंटे का इंतजार करना पड़ा.