सोलन : भूस्खलन की घटनाओं में 10 की मौत, दो घायल…5 बच्चों सहित दंपत्ति पर टूटा कहर

हिमाचल प्रदेश के ‘सोलन’ जनपद में प्राकृतिक आपदा ने ताउम्र न भूलने वाले जख्म दिए हैं। कंडाघाट उपमंडल के ममलीग गांव में बादल फटने की घटना में ऐसा कहर बरपा कि दो मासूम बच्चों ने माता-पिता के साथ ही संसार त्याग दिया। वहीं दो मासूम बच्चों ने पिता के साथ दम तोड़ा। जबकि मृतक बच्चों की मां पूजा गंभीर रूप से घायल हुई है।

घटनास्थल पर उपायुक्त मनमोहन शर्मा व पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने पहुंचकर जायजा लिया। सूचना मिलते ही चिकित्सकों की टीम को भी घटनास्थल पर रवाना किया गया था। उल्लेखनीय है कि बादल फटने के बाद दो घरों को मलबे ने चपेट में ले लिया था। मृतकों की पहचान 38 वर्षीय हरनाम सिंह पुत्र रती राम, 34 वर्षीय खेमलता पत्नी हरनाम सिंह, 13 वर्षीय राहुल पुत्र हरनाम सिंह, 11 वर्षीय नेहा पुत्र हरनाम सिंह, 38 वर्षीय कमल किशोर पुत्र भगत राम, 9 वर्षीय गौरव पुत्र कमल किशोर व 12 वर्षीय रक्षा पुत्री कमल किशोर के तौर पर हुई है।

उधर, अर्की उपमंडल में 14 वर्षीय बालक के साथ 21 वर्षीय युवती की मौत होने का समाचार मिला है। कुनिहार तहसील के चलोग गांव में भूस्खलन के कारण घर पर मलबा गिरा। इस कारण बालक व युवती जिंदा ही मलबे में दफन हो गए। नालागढ़ उपमंडल की रामशहर तहसील के बनली कनेटा गांव में मलबे में दबने से 65 वर्षीय महिला की मौत हो गई। मृतकों की पहचान 14 वर्षीय यादव पुत्र जगदीश व 21 वर्षीय तमन्ना पुत्री रणजीत सिंह के तौर पर हुई है

उधर, नालागढ़ उपमंडल में मृतक महिला की पहचान 65 वर्षीय फूला देवी पत्नी सोहनू राम के तौर पर हुई हैै। हादसे के घायल की पहचान राम लाल पुत्र सोहनू राम के तौर पर हुई है। मां की मौत हुई है, जबकि बेटा जख्मी हुआ है।
करीब 16 से 18 घंटे के बीच बारिश के कारण सोलन जिला में 10 की मौत हुई है, जबकि दो जख्मी हुए हैं। इसके अलावा 16 पशुओं की भी मौत का समाचार है।

एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने कहा कि 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि दो घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को तत्काल ही 75 हजार की राशि जारी की गई। 24 जून से 14 अगस्त तक बारिश के कारण 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि 60 पशुओं का नुकसान हुआ है।