श्रीदेवी. ये उस भारतीय अदाकारा का नाम है, जिसने अपने समय पर शौहरत की वो ऊंचाई देखी, जो आज तक कोई और एक्ट्रेस नहीं देख पाई. जिस जमाने में, माधुरी और जाया प्रदा जैसी अदाकारा थीं, जिन्हें देखने के लिए दर्शकों की भीड़ लग जाती थी. उस जमाने में श्रीदेवी ने वो मुकाम पाया कि उन्हें बॉलीवुड की पहली महिला सुपरस्टार का दर्जा मिला. आइए जानते हैं कि कैसे श्रीदेवी ने बॉलीवुड में वो कर दिखाया जो आज तक कोई और नहीं कर पाया!
रीजनल सिनेमा में नाम कमाकर आईं बॉलीवुड
श्रीदेवी को भले ही आज लोग उनकी बॉलीवुड फिल्मों के लिए जानते हैं मगर उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कि तमिल फिल्मों से. यह बड़े ही हैरात कि बात है कि श्रीदेवी ने महज़ 4 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू कर लिया था. उस दिन के बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार फिल्में करती गईं. बचपन से ही श्रीदेवी फिल्मों में कई चुनौतीपूर्ण रोल करती रहीं.
कभी एक मासूम बच्चे की एक्टिंग, तो कभी एक मां का रोल. इतना ही नहीं एक फिल्म में तो उन्होंने सुपरस्टार रजनीकांत की सौतेली माँ का रोल भी निभाया जब कि वह उनसे उम्र में छोटी थीं. तमिल सिनेमा में श्रीदेवी ने कई बड़े अवॉर्ड अपने नाम किए और कई बड़ी फ़िल्में दीं. यही वक़्त था जब उन्होंने बॉलीवुड में जाने की ठानी और 1979 में फिल्म ‘सोला सावन’ से बॉलीवुड में एंट्री की.
बॉलीवुड में एंट्री लेते ही श्रीदेवी ने अपना हुनर दिखाना शुरू कर दिया था. उन्होंने लगातार हिट फ़िल्में दीं. बॉलीवुड में शुरुआत करना श्रीदेवी के लिए थोड़ा मुश्किल रहा था. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें हिंदी बोलनी नहीं आती थी. शुरूआती फिल्मों के लिए रेखा ने उनकी डबिंग की. हालांकि, थोड़े वक़्त बाद श्रीदेवी ने हिंदी सीखी और फिल्म चांदनी में अपने डायलॉग खुद डब किए. श्रीदेवी अपने काम को लेकर बहुत दृढ थीं.
103 डिग्री बुखार में भी श्रीदेवी ने किया था शूट
उनकी जिंदगी में दो ऐसे मौके आए जब उनकी दृढ़ता को देखकर हर कोई हैरान हो गया. एक बार महेश भट्ट के साथ श्रीदेवी गुमराह फिल्म की शूटिंग कर रही थीं. एक सीन में उन्हें पानी में रहकर शूट करना था. हालांकि, उस दिन श्रीदेवी बेहद बीमार थीं. महेश भट्ट को लगा कि आज श्रीदेवी शूट नहीं करेंगी. वो उनके पास गए यह बताने की वह शूट बाद में करेंगे पर श्रीदेवी ने इससे साफ़ इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा कि वह शूट करेंगी और उन्होंने ऐसा किया भी. बेहद तेज़ बुखार में भी उन्होंने कई घंटों ठंडे पानी में बिना किसी शिकायत काम किया. उन्हें काम के प्रति इतना दृढ देखकर हर कोई हैरत में आ गया था.
ठीक इसी तरह फिल्म चालबाज़ के एक गाने के शूट के दौरान श्रीदेवी को 103 डिग्री बुखार था. गाने में बारिश का सीन था जिसमें श्रीदेवी को भीगना भी था. उन्होंने इस हालत में भी अपना उस दिन का शूट पूरा किया और अपने चेहरे पर एक शिकन तक नहीं आने दी. यह दर्शाता है कि वह अपने काम को लेकर कितनी गंभीर थीं.
अपने पूरे फ़िल्मी करियर में श्रीदेवी ने 300 से अधिक फ़िल्में की थीं. 80 से 90 के ज़माने के बीच श्रीदेवी ने असली नाम कमाया था. उनकी शौहरत उस मुकाम पर थी कि सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि हॉलीवुड तक उनके चर्चे थे. यही कारण है कि हॉलीवुड फिल्म जुरासिक पार्क के डायरेक्टर श्रीदेवी को अपनी फिल्म में एक रोल देना चाहते थे. हालांकि, उन दिनों श्रीदेवी काम में इतना व्यस्त थीं कि उनके पास वक़्त ही नहीं था.
वो पल, जब श्रीदेवी को मिला सुपरस्टार का दर्जा
यही कारण है कि मजबूरन उन्हें इस फिल्म को मना करना पड़ा. श्रीदेवी एक वक़्त पर कितनी बड़ी स्टार थीं यह इसी बात से पता चल जाता है कि साल 1985 से 1992 तक वह अकेली सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस थीं. यूँ तो उनके मुकाबले में और भी कई बड़ी एक्ट्रेस थीं मगर श्रीदेवी के मुकाबले सब कहीं न कहीं पीछे रह गई थीं.
श्रीदेवी ने कई भाषाओं में कई बड़ी और हिट फ़िल्में की. उन्होंने बॉक्सऑफिस पर वो रिकॉर्ड कायम किये जो उस दौर की और कोई एक्ट्रेस नहीं कर पाई. यही कारण है कि श्रीदेवी बॉलीवुड की वो पहली महिला एक्ट्रेस बनीं जिन्हें सुपरस्टार का दर्जा मिला. इससे पहले सिर्फ़ एक्टरों को ही यह दर्जा दिया गया था. यह दर्शाता है कि श्रीदेवी किस मुकाम पर थीं.
आज श्रीदेवी हमारे साथ नहीं हैं. आज सिर्फ उनकी फ़िल्में ही उनकी याद बनकर हमारे बीच है. आज भी उनकी फ़िल्में, उनके डायलॉग और अदाकारी लोगों के ज़हन में हैं. यही वजह है कि वह एक सुपरस्टार थीं.