थके पिता-पुत्र को अपनी गाड़ी में बिठा खुद उनकी कांवड़ लेकर 3Km पैदल चले कोतवाल, अब हो रही तारीफ

 

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक कोतवाल ने कुछ ऐसा किया कि अब वह अन्य पुलिस वालों के लिए एक मिसाल बन गए हैं. इस शानदार पुलिसिंग का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कोतवाल ने जब कांवड़ ले जाते पिता-पुत्र को थका हुआ देखा तो उन्हें अपनी सरकारी गाड़ी में बैठाया. फिर अपने कंधे पर उनकी कांवड़ लेकर करीब 3 किलोमीटर तक चले. उनके पीछे-पीछे कोतवाल की गाड़ी चलती रही.

कोतवाल ने की थाके पिता-पुत्र की मदद

शनिवार देर रात नगीना हाईवे-74 पर धामपुर थाने के कोतवाल अनुज तोमर पुलिस बल के साथ कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए गस्त कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने हरिद्वार से गंगाजल लेकर आ रहे पिता-पुत्र को देखा. वे दोनों कांवड़ लेकर बरेली जा रहे थे. वे इतना ठक चुके थे कि उनसे चला भी नहीं जा रहा था. उन्हें इस हाल में देखकर कोतवाल उनके पास पहुंचे और उन दोनों से हाल चाल जाना.

सोशल मीडिया पर हो रही जमकर तारीफ

Kotwal helped father son Dainik Bhaskar

इसकी बाद वह उनकी कांवड़ को अपने कंधे पर रखकर पैदल धामपुर की ओर चल दिए. यह नजारा देख सड़क पर चलते किसी राहगीर ने उनका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. अब लोग लोग सोशल मीडिया पर जमकर कोतवाल की तारीफ कर रहे हैं. बताया जा रहा है की कांवड़िया बरेली के बारादरी का रहने वाला है.

पिता-पुत्र की जोड़ी ने कोतवाल को धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा कि हम लोग काफी थक चुके थे. इस दौरान कोतवाल साहब ने हमारी मदद की. उन्होंने हमारी कांवड़ तीन किमी तक उठाई. हम लोगों को जलपान भी कराया है. उन्होंने हमारा पूरा सहयोग किया है.

कांवड़ लेकर 3 किमी चले पैदल

धामपुर कोतवाल अनुज तोमर ने बताया कि जब वह अपनी टीम के साथ देर रात को गस्त पर थे. तभी उन्होंने दोनों पिता पुत्र कांवड़ लिए आटे हुए देखा. वे थके हारे दिख रहे थे. उन्होंने जाकर पूछा कि भोले क्या मैं आपकी कुछ मदद कर सकता हूं. मैं कुछ दूर तक आपकी कांवड़ उठाऊ उठाऊं तो आपको कोई दिक्कत तो नहीं होगी. भोले की सहमति पर वह तिवड़ी बॉर्डर से धामपुर साईं मंदिर तक लगभग तीन किलोमीटर कांवड़ कंधे पर लेकर चले. दोनों पिता पुत्र को गाड़ी में बैठा कर मंदिर तक छोड़ दिया.