जीवन में अनुशासन और देशभक्ति की भावना के लिए शिक्षण संस्थानों में प्रत्येक बच्चे को एनसीसी (NCC) का प्रशिक्षण अनिवार्य होना चाहिए। इससे व्यक्ति में अपने देश के लिए मर मिटने का जज्बा उत्पन्न होगा। एनसीसी प्रशिक्षण लेने से बच्चों में मनोबल बढ़ने के साथ उनके शारीरिक बल में भी इजाफा होगा। स्वास्थ्य व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने यह बात सरांहा के जंजघर में यूनाइटेड वैटरन एसोसिएशन (United Veterans Association) के द्विवार्षिक समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा भी अनुशासन के बगैर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में सफलता हासिल नहीं कर सकता। उन्होंने अध्यापकों तथा अभिभावकों से बच्चों में अनुशासन सद्भाव और देशभक्ति की भावना बचपन से ही उत्पन्न करने के प्रयास करने का आह्वान किया। कर्नल शांडिल ने समाज सेवा के क्षेत्र में पूर्व सैनिकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा की एसोसिएशन में बहुत से ऐसे सैनिक है। जिन्होंने सन 1965, 1962 और 1971 की लड़ाइयों में भाग लिया है। उन्होंने स्वयं भी इन तीनों लड़ाईयों में भाग लिया है। उन्होंने कहा हालांकि युद्ध के परिणाम कभी भी अच्छे नहीं होते, लेकिन हमें हर समय इसके लिए तैयारी रखनी भी जरूरी है।
‘‘स्वास्थ्य मंत्री ने किया सराहा अस्पताल का निरीक्षण’’
स्वास्थ्य मंत्री ने अपने प्रवास के दौरान नागरिक अस्पताल सराहां का निरीक्षण भी किया। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं को जाना, देखा और चिकित्सकों को शिद्दत के साथ मानव सेवा करने का आग्रह किया। उन्होंने अस्पताल की कमियों को भी दूर करने का आश्वासन भी दिया।
डॉ. शांडिल ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को इस अवसर पर प्रशस्ति पत्र प्रदान किये। उन्होंने एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय राजन द्वारा सराहां के धार्मिक स्थलों पर लिखित पुस्तक का विमोचन भी किया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आपदा प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए स्वयं मोर्चे पर डटे हुए हैं। कहा कि प्रदेश के विभिन्न दुर्गम क्षेत्रों में फंसे 7000 से अधिक सैलानियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है और उनके रहने खाने और ठहरने की व्यवस्था भी की गई। इसके लिए मुख्यमंत्री की सराहना न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी हुई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहले दिन से ही निराश्रित और बेसहारा लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए संवेदनशील रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बेसहारा बच्चों के लिए आश्रय योजना लागू की है और प्रदेश का पहला सुख आश्रय केंद्र कांगड़ा जिला की ज्वालाजी में स्थापित किया जा रहा है।कांग्रेस प्रदेश सचिव दयाल प्यारी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आनंद परमार, सदस्य समाज कल्याण बोर्ड राजेश्वरी शर्मा, जिला परिषद सदस्य नीलम शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अजय पाठक व अन्य गणमान्य लोग भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।