जनपद के नालागढ़ कोर्ट ने एक युवक व युवती को ठगी के मामले में 4 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेजा है।
जानकारी के अनुसार मामले में युवती दीक्षा कुमारी ने अपने असली प्रेमी नरेश कुमार के साथ मिलकर युवक संतोष को प्रेम जाल में फसा कर लाखो की ठगी की है। दीक्षा ने युवक संतोष कुमार से बहारा कॉलेज में एलएलबी करने को लेकर 7 लाख रुपये मांगे तो संतोष ने उसे पैसे से दिए। जिसके बाद असाइनमेंट सबमिट करने के नाम पर भी 1 लाख 67 हजार रुपये संतोष से ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए। इसके बाद युवती ऐसे ही युवक से पैसे ऐंठती रही।
संतोष ने दीक्षा को यह सारे पैसे कर्ज और ब्याज पर उठाकर दिए थे। जब संतोष पूरी तरह लूटकर कर्जदार हो चुका था तो आखिर में उसने इसके बारे में पुलिस को जानकारी दी। जिस पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच में जुटी पुलिस रियात बहारा कॉलेज पहुंची और वहां जांच में सामने आया कि दीक्षा कुमारी ने एलएलबी में कोई एडमिशन नहीं लिया था। वहीं शुक्रवार को रियात बहारा कॉलेज पहुंची तो पुलिस को कॉलेज प्रशासन ने लिखित में दिया कि दीक्षा कुमारी पुत्री अश्वनी कुमार निवासी मेघपुर नाम से कोई एडमिशन नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि दीक्षा कुमारी ने संतोष कुमार को प्यार के जाल में फंसाकर 70 से 80 लाख रुपये की ठगी की। दीक्षा के इस पूरे षडयंत्र में उसका असली प्रेमी नरेश कुमार उसके साथ 5 साल से शामिल था। दीक्षा ने लाखों रुपये संतोष कुमार से नरेश कुमार के खाते में यह कहकर ट्रांसफर करवाये की नरेश उसका भाई है। इतना ही नहीं एलएलबी के झांसे के बाद दीक्षा ने संतोष को जज बनाने का झांसा दे रखा था। जब बद्दी पुलिस ने दीक्षा को गिरफ्तार किया तब भी वह संतोष से जज की सीट मिलने के नाम पर 9 लाख रुपये लेने आई थी। दोनों आरोपियों की पहचान दीक्षा कुमारी पुत्री अशवनी कुमार निवासी मेघपुर डुबली, जिला रोपड़ पंजाब व साथी युवक नरेश कुमार पुत्र दुर्गा दास निवासी ताजपुर, बुंगासाहब, जिला रोपड़ पंजाब के रूप में हुई है।
डीएसपी बद्दी प्रियंक गुप्ता ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि ठगी के दोनों आरोपियों को न्यायालय ने 8 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस की जांच जारी है और सभी पहलुओं को नजर में रखकर मामले की आगामी जांच जारी है।