भारी बारिश के कारण जिला में लगभग 120 करोड़ 16 लाख रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है। यह जानकारी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ कर्नल धनीराम शांडिल ने वीरवार को जिला स्तरीय सहायता एवं पुनर्वास समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत लगभग 33 करोड़ 53 लाख रुपए, जल शक्ति विभाग ने 43 करोड़ 42 लाख रुपए विद्युत विभाग में 95 लाख रुपए के नुकसान का आकलन हुआ है। बागवानी विभाग के अंतर्गत 1 करोड़ 35 लाख, कृषि विभाग 22 करोड़ 65 लाख, शिक्षा विभाग में एक करोड़ 60 लाख स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग 2 करोड़ 50 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। ग्रामीण विकास व शहरी विकास विभाग के अंतर्गत 1 करोड़ 63 लाख जबकि नगर निगम के अंतर्गत 7 करोड़ 80 लाख रुपए का नुकसान आंका गया है।
जल शक्ति विभाग को भूमिगत जल स्रोतों की वैकल्पिक व्यवस्था जिला में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिसमें बावरिया अथवा अन्य भूमिगत जल संरक्षण भंडारण सुरक्षित किया जाना आवश्यक है, ताकि आपदा के समय वैकल्पिक रूप में जल की प्राप्ति हो सके। उन्होंने जिला में अधिक खतरे के मकानों को वर्षा प्रभावित मकान की सूची में शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत आरंभ हुए कार्यों की सूची उपायुक्त (DC) को सौंपैं।
उन्होंने बताया कि बाल विकास विभाग के अंतर्गत 3 लाख 24 हजार, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में 7 लाख 22 हजार मत्स्य विभाग में 1 लाख 50 हजार की राशि का नुकसान आंका गया है। जिला में आपदा के दौरान 9 लोगों को जानी नुकसान हुआ है, जबकि तीन पक्के मकान पूरी तरह से ध्वस्त हुए।
13 पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। चार कच्चे मकान पूर्ण रूप से तथा 59 कच्चे मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए है। दो दुकाने, 29 रसोईघर,13 शौचालय तथा 185 पशुशालाओं को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि जिला के चारों विकास खंडों में लगभग 5 करोड़ 78 लाख 56 हजार की राहत राशि के रूप में प्रदान की जा रही है।