उपनिदेशक पशु स्वास्थ्य/प्रजन्न किन्नौर अशोक सैणी ने यहां जानकारी देते हुए बताया कि जिला में लम्पी चमड़ी रोग के उपचार के लिए जिला प्रशासन के निर्देशानुसार विभाग द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों के नेतृत्व वाली तीन टीमों का गठन किया। इसके तहत जिला के विभिन्न स्थानों में लम्पी वायरस से ग्रसित पशुओं का उपचार सुनिश्चित किया गया।
उन्होंने बताया कि जिला में 22 से 31 जुलाई, 2023 तक विभिन्न स्थानों में शिविरों का आयोजन किया गया। इस शिविर में 2895 पशुओं का निरीक्षण किया गया। 503 पशुओं का उपचार, तथा 07 पशुओं के रक्त सैम्पल लिए गए। इसके अतिरिक्त 113 भेड़ों का ईलाज किया गया, 23 बांझपन व शल्य चिकित्सा उपचार किया गया।
उन्होंने बताया कि इस दौरान 43 जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से लोगों को लम्पी वायरस के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस वायरस के दौरान बरती जाने वाली आवश्यक सावधानियों से भी लोगों को अवगत करवाया गया। इसके अतिरिक्त लोगों को पशुओं में इस बीमारी के रोकथाम करने बारे उपाय भी बताए गए।