आपने हमेशा देखा होगा, बच्चे स्कूल का होमवर्क (home work) न करने पर अध्यापकों (teachers) के डर से बहाने बनाते है। हिमाचल प्रदेश (Himachal) में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां बच्चे ने अजीबो गरीब बहाना (Excuse) बनाकर अध्यापकों (teachers) को ही डरा दिया। मामला बिलासपुर जनपद का है। क्लास टीचर (class teacher) के होमवर्क के बारे में पूछने से पहले ही छात्र ने अपहरण का किस्सा सुना डाला। बरसात की छुट्टियों (holidays) में स्कूल का कार्य न करने पर छात्र ने अपने अपहरण की कहानी रच दी। कहानी भी ऐसी, जिसे सुनकर छात्र के पिता सहित पुलिस की सांसें भी फूल गई।
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थाना कोट में आठवीं कक्षा के छात्र ने अपनी अगवा होने की कहानी बताई, सुनने वालों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। छात्र ने कहा कि दो नकाबपोश युवकों ने कुछ सुंघा कर उसे अगवा कर लिया और मोटरसाइकिल पर ले गए। काफी दूर जाकर जब वह जाम में रुके तो उसे होश आया। इसके बाद वो उनके चंगुल से भाग निकला। ऐसी कहानी छात्र ने घरवालों को भी सुनाई। परिजनों ने पुलिस थाना कोट में सूचना दी, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गया। छात्र की किडनैपिंग को लेकर हर जगह पुलिस कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए जाने लगे, लेकिन जब पुलिस ने गहनता से छानबीन की और सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो सारी कहानी झूठी साबित होने लगी।
थोड़ी देर पूछताछ के बाद बच्चे ने खुद झूठी कहानी पर मोहर लगा दी। जांच में ये सामने आया कि हिमाचल प्रदेश में बरसात की एक महीने की छुट्टियां स्कूलों में हुई थी, 31 जुलाई से फिर स्कूल शुरू हुए, लेकिन स्कूल का होमवर्क न करने पर डांट से बचने के लिए छात्र ने खुद की किडनैपिंग (Kidnapping) की कहानी बना डाली, जो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।