शहर में “पंचवक्त्र मंदिर” के समीप टूटे पुल का आधुनिक तकनीक के साथ निर्माण किया जाएगा साथ ही जलभराव को रोकने के लिए मास्टर प्लान बनाया जाएगा। यह बात सदर विधायक अनिल शर्मा ने पंचवक्त्र मंदिर (Panchvaktra Temple) और टूटे हुए पुल का अधिकारियों के साथ दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही।
अनिल शर्मा ने कहा कि पंडित सुखराम के समय में पुल का निर्माण हुआ था इससे पड्डल वार्ड को शहर के साथ जोड़ने में अहम भूमिका रही थी। लेकिन भारी बारिश के कारण यह पुल टूट गया है। अब इसे आधुनिक तकनीक के साथ बनाया जाएगा और इसके लिए विभाग को यह कार्य आउटसोर्स करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि पंचवक्त्र मंदिर एक प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर है। हर बार भारी बरसात के कारण मंदिर में जलभराव हो रहा है। लेकिन जलभराव को रोकने के लिए पुख्ता योजना की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पुरातत्व विभाग के साथ एक मास्टर प्लान बनाया जाएगा और केंद्र से पैसों का प्रावधान करवाकर इसका संरक्षण किया जाएगा।
शर्मा ने कहा कि बीबीएमबी (BBMB) प्रबंधन को पानी छोड़ने का कोई ठीक सिस्टम नहीं है। यदि भारी बारिश वाले दिन भी बेतहाशा पानी नहीं छोड़ा जाता तो पंडोह डैम (Pandoh Dam) से आगे इतना नुकसान नहीं होता। लेकिन शहर को हर बार बारिश के इस तरह के कहर से बचाने के लिए तटीकरण करने की जरूरत है। जहां पर शहर है, वहां इसके तटीकरण की तरफ ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है। इसके लिए सरकार से बात की जाएगी।