सोलन में आज रेड रिबन क्लब्स की ओर से ओरिएंटेशन वर्कशॉप आयोजित की गई, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय पाठक ने एचआईवी/एड्स और नशे, विशेषकर चिट्टा के प्रसार पर गहरी चिंता व्यक्त की। जिले में 44 रेड रिबन क्लब संचालित हैं, जिनमें से सोलन और आस-पास के 14 क्लबों के प्रतिनिधियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया। डॉ. पाठक ने एचआईवी की स्थिति की तुलना ‘बर्फ के पहाड़ की चोटी’ से करते हुए कहा कि सामने आने वाला प्रत्येक मामला कई छिपे हुए मामलों का संकेत है। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि ज्यादातर संक्रमित व्यक्ति अपनी स्थिति से अवगत हों और समय पर उपचार ले सकें।सीएमओ ने बताया कि नए एचआईवी मामलों में इंजेक्शन के माध्यम से नशा करने वाले युवाओं की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि रेड रिबन क्लब अब सुरक्षित संबंधों के साथ-साथ चिट्टा और इंजेक्शन आधारित नशे के खिलाफ भी जागरूकता फैलाएंगे। असुरक्षित संबंध एवं एक ही सुई का दोबारा उपयोग संक्रमण फैलने के प्रमुख कारण बताए गए।डॉ. पाठक ने नशे को एक ऐसा भ्रम बताया, जो धीरे-धीरे व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से गुलाम बना देता है। उन्होंने अपील की कि नशा शुरू ही न किया जाए। नशे की गिरफ्त में आए लोग सोलन और बद्दी स्थित नई दिशा केंद्र तथा डी-एडिक्शन सुविधाओं की मदद लेकर सही उपचार पा सकते हैं, जिससे एचआईवी के प्रसार को रोकने में भी सहायता मिलेगी