बीते दिनों हिमाचल प्रदेश में टैक्सी यूनियन के बीच हुए विवाद ने खूब सुर्खियां बटोरी है। विवाद में प्रशासन के बीच बचाव के बाद विवाद कुछ देर को शांत हुआ, लेकिन अभी तक पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
गुरुवार को शिमला टैक्सी यूनियन के प्रतिनिधि एक बार फिर एडीसी शिमला के दफ्तर पहुंचे। अपनी विभिन्न मांगों पर अब तक कोई कार्रवाई न किए जाने को लेकर एडीसी को पत्र सौंपा। दरअसल, शिमला टैक्सी यूनियन की मुख्य मांग में शहर में फर्जी गाइड होने की बात कही थी और उन पर कार्रवाई करने की मांग की थी।
राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि शिमला की विभिन्न टैक्सी यूनियन ने संयुक्त रूप से प्रशासन को अपनी विभिन्न मांगों की थी जिस पर प्रशासन की ओर से जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन महीना भर होने को आया है अब तक इस पर कोई कार्रवाई प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। जिसे लेकर उन्होंने एडीसी को पत्र सौंपा है।
राजेंद्र ने बताया कि उनकी सबसे महत्वपूर्ण मांग शिमला शहर में घूम रहे फर्जी गाइड पर कार्रवाई करने की थी, लेकिन अब तक शहर में फर्जी गाइड घूम रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह फर्जी गाइड शहर में पर्यटकों के साथ लूट खसूट कर रहे हैं। जिसका असर शिमला के पर्यटन कारोबार पर पड़ रहा है। ऐसे में संयुक्त रूप से शिमला की टैक्सी यूनियन ने इन्हें तुरंत हटाने की मांग की है।