कारगिल विजय दिवस पर सोलन में सेना द्वारा एक प्रेरणादायक और सराहनीय पहल की गई, जिसमें देश की सेवा में समर्पित जवानों और अधिकारियों की पत्नियों को अपनी कला और कौशल को प्रदर्शित करने का अवसर मिला। इस विशेष प्रदर्शनी में उत्तर भारत की विभिन्न रेजीमेंट्स से आई वीर नारियों ने अपने हाथों से बनाए गए उत्पादों को सोलन शहरवासियों के समक्ष प्रस्तुत किया।प्रदर्शनी में ऊन से बने बच्चों के कपड़े, रसोई में काम आने वाले उपयोगी बर्तन, सजावटी वस्तुएं और मनमोहक पेंटिंग्स शामिल रहीं। स्थानीय लोगों ने इन उत्पादों को न केवल सराहा, बल्कि बड़ी संख्या में खरीदारी भी की, जिससे महिलाओं का उत्साह दोगुना हो गया।इस पहल के माध्यम से सैनिकों की पत्नियों ने अपने दिल की बात साझा करते हुए बताया कि जब उनके पति देश की सरहदों पर तैनात रहते हैं, तो वे अपने खाली समय में उत्पाद तैयार करती हैं। लेकिन इस बार सेना ने उन्हें मंच दिया, जिससे उनके भीतर छिपा हुनर बाहर आया और आत्मविश्वास भी बढ़ा। उनका मानना है कि इस तरह की प्रदर्शनियां न केवल उनके आत्मनिर्भर बनने की दिशा में पहला कदम हैं, बल्कि समाज में उनकी पहचान को भी मजबूती देती हैं।बाइट महिलाऐं सेना की यह पहल उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो घर की चारदीवारी में रहकर भी कुछ बड़ा करने का सपना देखती हैं। यह आयोजन साबित करता है कि देश की सेवा केवल सीमाओं तक सीमित नहीं, बल्कि समाज को सशक्त बनाने में भी योगदान दिया जा सकता है।