एक तरफ सरकार “स्वस्थ हिमाचल” के नारे लगा रही है, दूसरी तरफ क्षेत्रीय अस्पताल सोलन की हालत खुद बीमार पड़ी है। अस्पताल के इमरजेंसी गेट के पास लीक हो रही सीवरेज लाइन ने मरीजों, स्थानीय लोगों और दुकानदारों का जीना मुहाल कर दिया है। बदबू और गंदा पानी खुलेआम बह रहा है – और हैरानी की बात ये है कि ठीक उसी जगह सीएमओ कार्यालय और आपातकालीन द्वार भी स्थित हैं।बारिश होते ही गंदगी सड़क पर बहने लगती है, जिससे संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। लोगों को इलाज के लिए जहां राहत मिलनी चाहिए, वहां बीमारियों का अड्डा बनता जा रहा है।स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों में भारी रोष है। उनका कहना है कि यह समस्या सालों से चली आ रही है, लेकिन प्रशासन हर बार कान में रूई डालकर बैठ जाता है।BYTE स्थानीय दुकानदार वार्ड नंबर 9 के पार्षद शैलेन्द्र गुप्ता ने भी इसे गंभीर बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। अब सवाल ये है – क्या कोई हादसा या महामारी इंतजार कर रही है, तब जाकर तंत्र जागेगा? अस्पताल को अस्पताल ही रहने दीजिए, गटर नहीं बनाइए।
बाइट शैलेन्द्र गुप्ता पार्षद
इमरजेंसी के बाहर बह रही गंदगी, मरीजों के लिए अस्पताल बना बीमारी का गढ़! स्वास्थ्य विभाग कब जागेगा? सोलन