नगर निगम सोलन समय पर नहीं दे पा रही पानी ,लेकिन समय से पहले मिल रहे भारी भरकम बिल

सोलन शहर इन दिनों भयंकर जल संकट से गुजर रहा है। भीषण गर्मी के बीच जब पानी की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है, तब नगर निगम और जलशक्ति विभाग पूरी तरह से विफल नजर आ रहे हैं। पहले जो पानी तीसरे दिन आया करता था, अब वह पांचवें या आठवें दिन मुश्किल से पहुंच रहा है। नलों में पानी नहीं, टंकियां सूनी पड़ी हैं और जनता प्यास से तड़प रही है। लेकिन इस सब के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी चैन की नींद सो रहे हैं। शहरवासियों में इस स्थिति को लेकर भारी रोष है। लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी में जहां एक तरफ पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर विभाग की उदासीनता समझ से परे है। नगर निगम पर लोगों का गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि पानी भले ही महीने में चार बार आ रहा हो, लेकिन पानी के बिल पूरे और समय से पहले भेजे जा रहे हैं।

स्थानीय निवासी मनीष साहनी, विजय दुग्गल ,धर्मेंद्र ठाकुर ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब पानी की आपूर्ति नाममात्र हो गई है, तो फिर बिलों की राशि इतनी अधिक कैसे आ रही है? उन्होंने बताया कि विभागों की लापरवाही की वजह से यह संकट लगातार गंभीर होता जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि करोड़ों रुपये की लागत से जो पर्कुलेशन टैंक बनाए गए थे, वे भी किसी काम नहीं आ रहे हैं। जनता अब भ्रमित और परेशान हो चुकी है। अधिकारी एक-दूसरे पर दोष मढ़कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं और असल पीड़ा जनता भुगत रही है। जनता पूछ रही है कि आखिर वह कब तक इस अत्याचार को झेलेगी? क्या पानी जैसी बुनियादी ज़रूरत को पूरा कर पाना भी अब सरकार और विभागों के बस की बात नहीं रह गई है?

बाइट मनीष साहनी, विजय दुग्गल ,धर्मेंद्र ठाकुर

 

सोलन की जनता का धैर्य अब टूटने के कगार पर है। यदि जल्द ही कोई समाधान नहीं निकाला गया, तो यह आक्रोश सड़कों पर फूट पड़ेगा। नगर निगम और जलशक्ति विभाग को अब अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, वरना जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।