राजगढ़ क्षेत्र को सब्जियों,फलों,फूलो,व मसाला उत्पादन के लिए जाना जाता है यहां के मेहनती किसान व बागवान हर तरह की फसलों का उत्पादन करते हैं इन दिनों यहां खुमानी का सीजन जोरों पर चल रहा है । और और यहां का खुमानी इन दिनों देश भर की अलग अलग मंडियों में धूम मचा रही है । मगर बागवानों के इसके दाम भी काफी कम मिल पा रहे हैं । जिससे बागवान खुश नजर नहीं आ रहे हैं । इन दिनों खुमानी के दाम एशिया की सबसे बड़ी फल मंडी आजादपुर दिल्ली में क्वालिटी के हिसाब से 40 से 80 रुपये प्रतिकिलो तक मिल रहे हैं । और कुछ बागवानों की खुमानी तो 20 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है जो पिछले वर्ष के मुकाबले काफी कम है । कोटली गांव के बागवान राजेश ठाकुर के अनुसार उनके पास लगभग 600 पौधो का खुमानी का बगीचा है जिसमें लगभग 200 पेटी खुमानी का उत्पादन होता है इस बार पहले खुमानी पर ओलावृष्टि की मार पड़ी और अब मार्केट में खुमानी के दामो में भारी कमी आ गई है । जिसके कारण उन्हें भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है । यहां पूरे राजगढ़ क्षेत्र की जलवायु खुमानी के उत्पादन के लिए पूरी तरह अनुकुल है । यहां काबिले जिक्र है कि खुमानी की अलग अलग किस्में होती है और अलग अलग रेट अलग अलग मंडियों रहता है इसके दाम रोज बढ़ते व घटते हैं राजेश ठाकुर का कहना है कि जो रेट इन दिनों मिल रहे हैं उससे तो बागवानों की उत्पादन व मार्केट तक पहुंचाने की लागत भी पूरी नहीं हो पा रही है । और खुमानी इस वर्ष बागवानों के घाटे का सौदा साबित हो रही है अगर सरकारी आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो राजगढ़ क्षेत्र में इस समय लगभग 223 हैक्टेयर भुमि पर खुमानी की बागवानी होती है और हर वर्ष लगभग 683 मिट्रिक टन उत्पादन होता है ।
बाईट : राजेश ठाकुर जेलदार खुमानी उत्पादक कोटली
