फिंडपार के शिक्षक श्री देवी चरण का असाधारण योगदान: एक प्रेरणादायक कहानी

राजकीय प्राथमिक विद्यालय, फिंडपार के मुख्य अध्यापक श्री देवी चरण जी ने एक बार फिर से असाधारण उपलब्धि हासिल की है। उनके कुशल मार्गदर्शन में, इस वर्ष नौ में से सात बच्चों का चयन जवाहर नवोदय विद्यालय और इकलव्य विद्यालय में हुआ है। यह कोई पहली बार नहीं है; श्री देवी चरण जी वर्षों से लगातार अपने विद्यार्थियों को इन प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश दिलाने में सफल रहे हैं। यह उपलब्धि न केवल उनके अद्वितीय शिक्षण कौशल का प्रमाण है, बल्कि उनके प्रति बच्चों और अभिभावकों के अटूट विश्वास का भी परिचायक है।
वहीं राजकीय प्राथमिक विद्यालय फ़िंडपार के पांचवीं कक्षा के सभी बच्चे उत्तीर्ण हुए हैं
श्री देवी चरण जी का समर्पण केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है। वे अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के प्रति समर्पित हैं। कई वर्षों से ठंडी सर्दियों के दिनों में भी, लगभग 35 से 40 बच्चे उनके घर पर आकर मुक्त शिक्षा ग्रहण करते हैं। यह उनके प्रति बच्चों और उनके अभिभावकों के अटूट विश्वास और प्रेम का प्रमाण है। यह एक ऐसा वातावरण है जहाँ बच्चों को केवल विषय-वस्तु की शिक्षा ही नहीं मिलती, बल्कि वे एक गुरु-शिष्य के सच्चे सम्बंध का अनुभव करते हैं। श्री देवी चरण जी के द्वारा प्रदान किया जाने वाला व्यक्तिगत ध्यान और मार्गदर्शन, बच्चों के आत्मविश्वास और क्षमता को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पिछले माह ही उनके कार्यों को देखते हुए हिमाचल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा भी सम्मानित किया गया था

यह उपलब्धि केवल श्री देवी चरण जी की व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि पूरे फिंडपार गाँव और पांगी क्षेत्र की गौरवशाली उपलब्धि है। यह साबित करता है कि सीमित संसाधनों के बावजूद, दृढ़ संकल्प और समर्पण के बल पर उल्लेखनीय प्रगति संभव है। श्री देवी चरण जी ने साबित किया है कि एक शिक्षक केवल ज्ञान का प्रदाता ही नहीं, बल्कि बच्चों के जीवन को आकार देने वाला एक मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत भी हो सकता है।

श्री देवी चरण जी का अथक परिश्रम और समर्पण भावी पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा है। उनकी सफलता से अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे अपने विद्यार्थियों के प्रति इसी तरह का समर्पण दिखाएंगे। यह उपलब्धि निश्चित रूप से पांगी क्षेत्र के शैक्षिक इतिहास में एक सुनहरा अध्याय जोड़ेगी।