सोलन जिला के विभिन्न गांवों में कृषि विभाग द्वारा मिट्टी परीक्षण का कार्य किया जा रहा है। यह अभियान किसानों को उन्नत खेती की दिशा में मार्गदर्शन देने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। मिट्टी परीक्षण से किसानों को यह जानकारी मिलती है कि उनकी खेत की मिट्टी में कौन-कौन से पोषक तत्व हैं और किस तत्व की कमी है।
कृषि विभाग मृदापरीक्षण अधिकारी मीनाक्षी ने बताया कि बिना परीक्षण के अंधाधुंध खादों का इस्तेमाल मिट्टी की उर्वरता को नुकसान पहुंचा सकता है। मिट्टी परीक्षण से किसानों को सही मात्रा में खाद और उर्वरक डालने की सटीक जानकारी मिलती है, और पता चलता है कि मिटटी में किस चीज़ की कमी है। उस कमी को दूर कर उत्पादन में वृद्धि होती है और लागत भी कम आती है।उन्होंने ने किसानों से अपील की है कि वे अपने खेत की मिट्टी का सैंपल लेकर नजदीकी कृषि केंद्र में जांच के लिए जमा करवाएं। इस प्रक्रिया से किसान अपनी भूमि की उर्वरता को बनाए रख सकते हैं और फसल की गुणवत्ता भी बेहतर हो सकती है। मिट्टी परीक्षण एक छोटा कदम है लेकिन यह खेती को लाभकारी बनाने में बड़ी भूमिका निभाता है।
byte मृदा परीक्षण अधिकारी मीनाक्षी