जागरूकता ज़रूरी गर्मियों के आगमन के साथ ही सोलन जिला के जंगलों में आग की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। चारों ओर पहाड़ों से उठता धुआं न केवल प्रकृति के नुकसान को दर्शा रहा है, बल्कि वन्यजीवन पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दमकल विभाग द्वारा आग बुझाने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन कई ऐसे दुर्गम जंगल हैं जहाँ तक पहुँच पाना बेहद मुश्किल हो रहा है। इसी कारण आग तेजी से फैलती जा रही है, जिससे बेशकीमती प्राकृतिक संपदा नष्ट हो रही है और जंगली जानवर भी इस भीषण अग्निकांड की चपेट में आ रहे हैं।होमगार्ड कमांडेंट संतोष शर्मा ने जानकारी दी कि जिले में एक ही दिन में लगभग 15 आगजनी की घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से तीन घटनाएं फसलों में आग लगने की थीं। उन्होंने बताया कि आग लगने का सबसे बड़ा कारण गांववासियों की लापरवाही है, जो छोटी चिंगारी को भी बड़ी आपदा में बदल देती है। कमांडेंट शर्मा ने सभी स्थानीय निवासियों से सजग रहने की अपील करते हुए कहा,कि जैसे ही आसपास कहीं आग लगती है, उसे तुरंत बुझाने का प्रयास करें और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत दमकल विभाग को सूचना दें। उन्होंने बताया कि दमकल विभाग ने जंगलों की आग को काबू में लाने के लिए 100 कर्मचारियों और 30 वाहनों की तैनाती की है। विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और वे दिन-रात आग पर काबू पाने में जुटे हुए हैं।बाइट होमगार्ड कमांडेंट संतोष शर्मा