हिमाचल दिवस के पावन अवसर पर प्रदेश के उद्योगपतियों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने घोषणा की है कि जल्द ही हिमाचल के मध्यमवर्ती और स्थानीय उद्योगों को स्टोर परचेज ऑर्गेनाइजेशन के टेंडर में भाग लेने का अवसर दिया जाएगा। यह कदम लंबे समय से उठाई जा रही मांगों का परिणाम है, जिसमें उद्योगपति लगातार यह मांग कर रहे थे कि टेंडर प्रक्रिया में उनके लिए भी समान अवसर सुनिश्चित किए जाएं।
मंत्री चौहान ने कहा कि टेंडर प्रक्रिया में अधिक अर्नेस्ट मनी की शर्तों के कारण स्थानीय उद्योगपति अब तक पीछे रह जाते थे, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा था। खासकर सोलन जिले के उद्योगपतियों ने इस मुद्दे को कई बार उठाया था। उद्योग मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि इस विषय पर प्रदेश सरकार के साथ गंभीरता से विचार-विमर्श किया जाएगा और नियमों में बदलाव कर स्थानीय उद्योगों को भी टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने का पूरा अधिकार दिया जाएगा।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हिमाचल के उद्योगों को सशक्त करना और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। यह निर्णय प्रदेश के उद्योग जगत को एक नई दिशा देने वाला साबित होगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार व आर्थिक विकास को गति देगा।