डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती केवल रस्म अदायगी नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और जिम्मेदारी का प्रतीक है। यही संदेश दिया हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सोलन में आयोजित भव्य समारोह में, जहां उन्होंने मंच से राजनीतिक दलों को तीखी नसीहत दी कि बाबा साहब को सिर्फ वोट बैंक के लिए याद करना उनका अपमान है। समारोह का आयोजन सामाजिक दलित उत्थान संस्था द्वारा किया गया, जिसकी अध्यक्षता पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप ने की। कार्यक्रम में युवाओं को अंबेडकर जी के संघर्ष और संविधान निर्माण जैसे महान योगदानों से अवगत करवाया गया।राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा, मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता कि कौन सा दल बाबा साहब के बारे में क्या सोचता है, लेकिन यह तय है कि उनका योगदान इस देश के लिए अमूल्य है। उन्हें राजनीति का हथियार नहीं, राष्ट्रनिर्माण का स्तंभ मानें। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते नशाखोरी के मुद्दे पर भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश से अभी नशा खत्म नहीं हुआ है, और सरकार को अब बेहद सख्त कदम उठाने होंगे।बाइट राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल