शरीर में सूजन होने के कई संकेत होते हैं जिन्हें हम अक्सर नज़र अंदाज़ कर देते हैं। सूजन की वजह से दर्द या रंग में बदलाव हो सकता है। सूजन हमारे शरीर की किसी बीमारी या चोट के प्रति एक सामान्य प्रतिक्रिया है जो शरीर को ठीक होने में सहायता करती है। जब कोई आक्रमणकारी (जैसे वायरस ) हमारे शरीर में प्रवेश करता है तब सबसे पहले हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली सूजन वाली कोशिकाएँ और साइटोकिन्स को भेजती है। साइटोकिन्स एक पदार्थ है जो अधिक सूजन वाली कोशिकाओं को उत्तेजित करता है। कोशिकाएँ और साइटोकिन्स कीटाणुओं या विषाक्त पदार्थों को निकलने के लिए सूजन प्रतिक्रिया शुरू के देती है और घायल ऊतकों को ठीक करने लगती है । लेकिन अगर सूजन बहुत लंबे समय तक रहती है तो यह हमारी बॉडी के अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है।
सूजन के दो तरह के होते हैं तीव्र और जीर्ण ।
1)तीव्र या सामान्य सूजन अचानक से होती है और यह अस्थायी होती है। इसमें सूजन हल्की होती है और दर्द भी बहुत कम रहती है ।
2)जीर्ण (क्रोनिक) सूजन तब होता है जब आपका शरीर तब भी सूजन वाली कोशिकाएँ भेजता रहता है जब कोई बीमारी या चोट या संक्रमण नहीं होता है । इसमें इंफ्लमैशन बहुत लंबे समय तक रहती है और दर्द ज्यादा रहता है। और इसमें सूजन और दर्द महीनों या सालों तक चलने वाली होती है।
यदि आप ऐसे किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो इस समस्या को मैनेज करने के लिए डाइटिशियन डॉक्टर मनप्रीत कालरा ने कुछ ख़ास सुझाव दिए हैं जिसे अपना कर आप बॉडी के सामान्य इंफ्लमैशन को मैनेज कर सकते हैं । (फोटो साभार: इंस्टाग्राम @dietitian_manpreet)
आइये जानते हैं यहाँ बॉडी में इंफ्लमैशन को मैनेज करने के लिए डॉक्टर मनप्रीत कालरा के बताए कुछ प्राकृतिक रेमेडी के बारे में जिसे अपनी रूटीन में शामिल कर ऐसी समस्या को मैनेज कर सकते हैं।
1 ) यदि डायजेस्टिव इंफ्लमैशन है जैसे कि एसिडिटी, ब्लोटिंग या फिर कॉन्स्टिपेशन है तो अदरख वाली हर्बल चाय पियें।
2 ) यदि स्किन इंफ्लमैशन है जैसे कि स्किन रैशेज ,रेडनेस या फिर इचिंग है तो चमोमाएल वाली हर्बल चाय पियें।
3 ) यदि जॉइंट इंफ्लमैशन है जैसे कि स्वैलिंग,स्टिफनेस और दर्द तो अश्वगंधा वाली हर्बल चाय पियें।
बॉडी के डायजेस्टिव ,स्किन,जॉइंट,यूरिनरी, इंफ्लमैशन ,थाइरोइड , लिवर इंफ्लमैशन ,इम्यून सिस्टम इंफ्लमैशन आदि को इस तरह मैनेज करें
4 ) यदि यूरिनरी इंफ्लमैशन है जैसे कि यूरिनेशन के समय दर्द या बर्निंग सेंसेशन है बारले टी (चाय) पियें।
5 ) यदि थाइरोइड इंफ्लमैशन है जैसे कि अचानक वेट गेन या हेयर लॉस होना तो धनिया का बीज वाली चाय पियें।
6 )यदि इम्यून सिस्टम इंफ्लमैशन है जैसे कि फ्रीक्वेंट इन्फेक्शन्स या फिर फीवर तो अदरख और हल्दी वाली हर्बल चाय पियें।
7 ) यदि लिवर इंफ्लमैशन है जैसे कि एब्डोमिनल पेन या फटीग तो मिल्क थिस्टल वाली चाय पियें।
8 ) यदि ऑक्युलर इंफ्लमैशन है जैसे कि रेडनेस , इचिंग या ब्लर्ड विज़न तो चमोमाएल चाय पियें।
