विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में बाहरा विश्वविद्यालय ने परिसर में एक व्यापक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया, जिससे छात्रों और स्टाफ के स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया गया। इस पहल का उद्देश्य नियमित स्वास्थ्य जांच, रोगों की रोकथाम और एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना था — जो आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में अत्यंत आवश्यक है, जहां अक्सर स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है।
इस अवसर पर एसडीएमओ कंडाघाट डॉ. संदीपन भारद्वाज के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम उपस्थित रही। उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पर ज़ोर दिया और आश्वासन दिया कि इस प्रकार के आयोजन नियमित रूप से किए जाएंगे।
जब शैक्षणिक और व्यावसायिक दबाव व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भारी पड़ते हैं, ऐसे समय में बाहरा विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करता है कि वह अपने छात्रों और स्टाफ को समय-समय पर आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं और मार्गदर्शन प्रदान करे। इस शिविर में मुफ्त परामर्श, प्राथमिक स्वास्थ्य जांच और विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य सुझाव उपलब्ध कराए गए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के निदेशक जनरल डॉ. राजीव भगत ने कहा, “बाहरा विश्वविद्यालय केवल बौद्धिक विकास ही नहीं बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी समान महत्व देता है। हमारे छात्र और स्टाफ हमारी नींव हैं, और उनका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है। इस तरह के प्रयास एक स्वस्थ और जागरूक शैक्षणिक वातावरण बनाने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।”
इस चिकित्सा शिविर में भारी संख्या में प्रतिभागिता देखने को मिली और यह सभी के लिए एक संदेश था कि स्वस्थ शरीर ही असली धन है। बाहरा विश्वविद्यालय भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को नियमित रूप से आयोजित करता रहेगा, ताकि एक स्वस्थ और समृद्ध शिक्षण वातावरण बना रहे।