हिमाचल में कानून व्यवस्था चौपट

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सरकार से मांगा जवाब  प्रदेश में आए नागरिक  क़ानून व्यवस्था  के लिए चुनौती तो क़ानून व्यवस्था बनाना सरकार का काम है दाखिले से पहले विद्यार्थियों को देना होगा नशा न करने का हलफनामा
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल  शूलिनी विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में  बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए । इस दौरान मीडिया से औपचारिक वार्ता में उन्होंने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, ।राज्यपाल ने बताया कि प्रतिपक्ष के नेता जयराम ठाकुर सहित कई विधायक उनसे मिले और उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि  सरकार को इस पर  स्पष्टीकरण देना  होगा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था क्यों बिगड़ रही है।   राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल  ने  स्पष्ट किया कि वह स्वयं भी मानते हैं कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि  हिमाचल में विभिन्न राज्यों से पर्यटक आते हैं, लेकिन अगर उनके कारण कानून-व्यवस्था बिगड़ती है, तो इसे बनाए रखना प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। अगर ऐसा नहीं हो रहा, तो यह सरकार की असफलता को दर्शाता है। इसके अलावा, नशे के बढ़ते प्रचलन पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता अब जागरूक हो चुकी है। राज्यपाल ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए कहा कि अब विश्वविद्यालयों में दाखिले के समय छात्रों को लिखित में देना होगा कि वे नशा नहीं करेंगे । बिना इस स्वीकृति पत्र के प्रवेश नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में राजभवन से आदेश जारी किए जाएंगे।बाइट राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *