सोलन में फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक पति ने अपनी जीवित पत्नी को मृत दिखाकर 85 लाख रुपये की बीमा राशि हड़पने की साजिश रची। इस जालसाजी का पर्दाफाश तब हुआ जब खुद ‘मृत घोषित’ की गई महिला ने नगर निगम में शिकायत दर्ज करवाई।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
7 जनवरी 2025 को नगर निगम सोलन के जन्म-मृत्यु शाखा में मोनिका गोयल पत्नी विशाल गोयल के नाम से डेथ रिपोर्ट जमा की गई। इस फॉर्म पर सुरेश शर्मा, गगन और नगर निगम कर्मचारी धर्मपाल के हस्ताक्षर थे। इसी आधार पर 14 जनवरी 2025 को मोनिका गोयल का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया।
15 जनवरी को विशाल गोयल ने नगर निगम कार्यालय से अपनी ‘मृत पत्नी’ का डेथ सर्टिफिकेट प्राप्त किया और पांच प्रतियां जारी करवाईं। लेकिन 1 फरवरी को नगर निगम को खुद मोनिका गोयल का एक पत्र मिला, जिसमें उन्होंने बताया कि वह जीवित हैं और किसी ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर उन्हें मृत घोषित कर दिया है।
मामले का खुलासा और गिरफ्तारियां
जांच में पता चला कि विशाल गोयल ने अपनी पत्नी की ICICI बैंक और बजाज फाइनेंस में 85 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी के पैसे हड़पने के लिए यह षड्यंत्र रचा था। उसने कमीशन देकर सुरेश शर्मा नामक व्यक्ति से फर्जी डेथ सर्टिफिकेट तैयार करवाया।
पुलिस ने 14 मार्च 2025 को विशाल गोयल को ज़ीरकपुर से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, पुलिस ने इस जालसाजी में शामिल सुरेश शर्मा (64) और नगर निगम कर्मचारी धर्मपाल (48) को भी हिरासत में ले लिया है।
तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा और उनके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं।