सोलन में डाइट के सौजन्य से चल रहे अध्यापक प्रशिक्षण शिविर में बड़ा स्वास्थ्य संकट खड़ा हो गया। एक निजी होटल में आयोजित इस ट्रेनिंग के दौरान 20 शिक्षक फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए, जिनमें से 11 को गंभीर हालत में क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बीमार शिक्षकों में 10 पुरुष और एक महिला शामिल हैं। इस ट्रेनिंग में जिलेभर के 170 शिक्षक भाग ले रहे हैं, और यह कार्यक्रम 9 मार्च से 13 मार्च तक चलेगा। लेकिन सबसे बड़ा खतरा यह है कि इसी होटल में इस महीने एक और बैच प्रशिक्षण लेने आने वाला है। ट्रेनिंग में शामिल शिक्षकों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से उनकी तबीयत खराब हो रही थी, लेकिन किसी ने उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया। जब बड़ी संख्या में शिक्षक बीमार पड़ गए, तब जाकर उन्हें अस्पताल भेजा गया।बाइट शिक्षक एमएस महेंद्र पाल और चिकित्सक मनीष मित्तल ने बताया कि फूड पॉइजनिंग के कारण शिक्षकों की तबीयत बिगड़ी, लेकिन यह खाना खराब था या पानी, इस पर अभी टिप्पणी नहीं की जा सकती। जांच रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। हालांकि, सभी की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।byte चिकित्सक मनीष मित्तल ,एमएस महेंद्र पाल इस घटना ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली को कटघरे में ला खड़ा किया है। अगर समय रहते जांच नहीं हुई तो अगले बैच के शिक्षक भी खतरे में पड़ सकते हैं। अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग कोई सख्त कदम उठाते हैं या फिर इसे एक और दबा दी जाने वाली घटना बना दिया जाएगा!