सोलन के शूलिनी मंदिर के गेट के समीप नगर निगम की पार्किंग में निर्माण कार्य जारी है, लेकिन इस काम से पार्किंग ठेकेदार की रोजी-रोटी पर सीधा असर पड़ रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों के आदेश पर पार्किंग की रिटेनिंग वॉल को तोड़कर सड़क को चौड़ा किया जा रहा है, जिससे पार्किंग की जगह घट गई है और ठेकेदार को रोज़ाना करीब ₹3000 का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
पार्किंग ठेकेदार साहिल ठाकुर का आरोप है कि नगर निगम ने ऊंची बोली पर ठेका देने के बाद अब उनकी आजीविका को नजरअंदाज कर दिया है। न तो उन्हें इस काम के बारे में पहले से कोई जानकारी दी गई और न ही उनसे कोई राय ली गई। ठेकेदार का साफ कहना है कि जब उन्होंने टेंडर में ऊंची बोली लगाकर यह पार्किंग ली थी, तो अब नगर निगम को उनके नुकसान की भरपाई भी करनी चाहिए।बाइट ठेकेदार sahil thakur
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या नगर निगम इस मनमानी पर कोई सफाई देगा? क्या ठेकेदार के नुकसान की भरपाई की जाएगी? या फिर यह मामला भी प्रशासनिक लापरवाही की भेंट चढ़ जाएगा? नगर निगम के इस फैसले ने फिर साबित कर दिया है कि यहां छोटे कारोबारियों की कोई सुनवाई नहीं होती।
