विनय गोस्वामी / आनी
आनी क्षेत्र के 3 गढ़ और 7 हार के अधिपति गाड़ा गड़ाही कुँईरी महादेव पहली बार जिलास्तरीय सुप्रसिद्ध फाग मेले, रामपुर में शिरकत करने जा रहे हैं। यह ऐतिहासिक अवसर होगा, जब देवता अपने पूरे लाव-लश्कर के साथ रामपुर की पावन धरा पर पदार्पण करेंगे।
देवता की दिव्य शक्तियां – “विझी बादली” के लिए हैं प्रसिद्ध
भक्तों की आस्था के केंद्र कुँईरी महादेव सुख-समृद्धि के प्रतीक हैं और विशेष रूप से “विझी बादली” यानी सूखे के समय बारिश करवाने और बारिश के समय मौसम साफ करवाने के लिए विख्यात हैं। इसके अलावा, संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी करने के लिए भी भक्तजन इनके दरबार में नतमस्तक होते हैं।
जब राजा हिरा सिंह को करनी पड़ी थी विनती!
एक मान्यता के अनुसार, शांगरी रियासत के राजा हिरा सिंह ने एक बार कुँईरी महादेव को दलाश मेले में आमंत्रित किया था। लेकिन मेले के दौरान भारी वर्षा शुरू हो गई, जिससे राजा सहित सभी श्रद्धालु परेशान हो उठे। मौसम साफ होने के कोई आसार नहीं दिख रहे थे।
तब महादेव के तत्कालीन गूर स्व. चीघू ने देववाणी के माध्यम से राजा से वार्तालाप किया और वचन दिया कि वर्षा रुकेगी। जैसे ही देवता का आह्वान हुआ, मौसम खुल गया। इससे प्रभावित होकर राजा हिरा सिंह ने स्व. चीघू गूर को चांदी के 5 पुराने सिक्के भेंट किए और प्रभु कुँईरी महादेव को “जतरौली” और “सूरज पंखे” समर्पित किए। इसके अलावा, आनी के रानीबेडा में देवता के विश्राम के लिए स्थान भी प्रदान किया गया।
ऐसे पहुंचेगा देवता का दल फाग मेले में
देवता के कारदार इंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि 13 मार्च को महादेव अपने स्वधाम कुँईर से फाग मेले के लिए प्रस्थान करेंगे।
13 मार्च रात्रि में बैहनी महादेव मंदिर, बैहना में ठहराव होगा।
14 मार्च रात्रि में नीरथ में पड़ाव रहेगा।
15 मार्च सुबह 11 बजे कुँईरी महादेव अपने अनुयायियों के साथ रामपुर के फाग मेले में पधारेंगे।
इस ऐतिहासिक यात्रा को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह है, और पहली बार रामपुर में गाड़ा गड़ाही कुँईरी महादेव के दर्शन का सौभाग्य पाने के लिए श्रद्धालु बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं।