अज्ञानता से नहीं, जागरूकता से होगा कुष्ठ रोग का अंत : डॉ. अर्पणा शर्मा

कुष्ठ रोग कोई श्राप नहीं बल्कि एक बैक्टीरिया से फैलने वाली बीमारी है। यह संपर्क से नहीं फैलती, लेकिन समाज में फैली अज्ञानता और भ्रांतियों के कारण कुष्ठ रोगियों को सामाजिक दायरे से बाहर कर दिया जाता है। अक्सर देखा गया है कि कुष्ठ रोगियों को परिवार और समाज से अलग-थलग कर दिया जाता है, जबकि यह बिल्कुल गलत है। यह रोग छूने, साथ बैठने या खाने से नहीं फैलता। हमें कुष्ठ रोगियों के प्रति भेदभाव नहीं, बल्कि सहानुभूति और समर्थन दिखाने की जरूरत है।डॉ. अर्पणा शर्मा का कहना है कि इस बीमारी को लेकर डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सही जानकारी और समय पर इलाज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। जरूरी है कि लोग इस बीमारी को समझें, भ्रम को दूर करें और सही इलाज की ओर कदम बढ़ाएं। कुष्ठ रोग संभव है, रोकथाम संभव है, और इलाज संभव है बस  जागरूकता की जरूरत है !byte डॉ. अर्पणा शर्मा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *