जिससे आँखों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन सरल और प्रभावी हो सकें। इस आधुनिक तकनीक से मरीजों को तेजी से इलाज मिलेगा और उन्हें बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। इसको लेकर अस्पताल प्रशासन ने टेंडर जारी किया था, लेकिन इसमें केवल एक ही बोलीदाता ने भाग लिया। नियमों के अनुसार प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए यह प्रक्रिया दोबारा की जाएगी, ताकि अधिक बोलीदाता इसमें भाग लेकर बेहतर प्रस्ताव दे सकें।अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट महेंद्र पाल ने बताया कि इस मामले की सूचना उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। यदि सरकार इस मशीन की खरीद को राज्य स्तर पर करने का निर्णय लेती है, तो दोबारा टेंडर करने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सोलन में इस मशीन की अत्यधिक मांग है, और इसके आने से मोतियाबिंद जैसी जटिल आँखों की सर्जरी आसान हो जाएगी। मरीजों को इस सुविधा के लिए अब थोड़ा और इंतजार करना होगा।बाइट मेडिकल सुपरिंटेंडेंट महेंद्र पाल