विभाग की गलती के चलते 9 करोड़ की लागत से बना गंबरपुर पुल बर्बाद होने की कगार पर
एक तरफ जहां सरकार जनता को सरकारी खजाना खाली होने का हवाला देती है वही दूसरी तरफ विभाग जनता के द्वारा दिए जा रहे टैक्स के पैसों को पानी की तरह बहाया जा रहा है। इसका उदाहरण सोलन जिले के कुनिहार के साथ गंबर नदी पर 9 करोड़ की लागत से बना हुआ पुल है जो की बर्बाद होने की कगार पर है इस पुल का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा 2 वर्ष पहले शुरू किया गया था लेकिन जैसे ही पुल का 90% कार्य पूरा हुआ तो विभाग को पता चला की इस पुल का एक छोर नीजी जमीन के साथ मिल रहा है जिसके परिणाम स्वरूप जमीन के मालिक ने कार्य के ऊपर स्टे लगा दिया .
अधिक जानकारी देते हुए स्थानीय दुकानदारों ने बताया पुराने पुल की हालत बहुत खराब हो चुकी जिस वजह से आए दिन बहुत लोग दूर्घटना का शिकार हो जाते हैं उन्हें नए पुल का निर्माण होने से बहुत खुशी थी लेकिन विभाग की एक छोटी सी गलती के चलते उनकी खुशी पर पानी फिर गया और 9 करोड़ की लागत से बन रहा पुल अब मात्र देखने लायक रह गया है उन्होंने सरकार से निवेदन किया है की ऐसे अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए जो बिना सोचे समझे और बिना जगह नापे कार्य शुरू कर देते हैं स्थानीय दुकानदारों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि जिस व्यक्ति की निजी जमीन इस कार्य में आ रही है उसे सरकार उचित मुआवजा दे ताकि इस पुल का कार्य जल्दी से पूरा हो सके और आने वाले समय में कोई और बड़ा हादसा ना हो और लोगों को इस समस्या से छुटकारा मिल सके