जिस तरह सारा देश कोरोना से प्रभावित हुआ था हज़ारों लोगों की जान चली गई थी। उसी तरह पिछले वर्ष पालतू पशुओं में भी बिमारी का प्रकोप देखा गया और सैंकड़ों पशु इस बिमारी का ग्रास बन गए थे। जिस कारण ग्रामीणों को भारी नुक्सान हुआ था। उनकी आर्थिकी पूरी तरह से गड़बड़ा गई थी। ग्राम वासियों को कोई मुआवजा भी नहीं मिल पाया था उन्हें भारी हानि उठानी पड़ी थी। भविष्य में ऐसा न हो इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने संयुक्त रूप से पहल की और पालतू दुधारू पशुओं का बीमा करना आरम्भ किया है यह जानकारी पशुपालन विभाग के उपनिदेशक विवेक लांबा ने मीडिया को दी।
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक विवेक लांबा ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि पिछले वर्ष वायरस के कारण बहुत से दुधारू पशुओं की मौत हो गई थी जिसकारण ग्रामीणों को बेहद हानि उठानी पड़ी थी। भविष्य में ग्रामीणों को इस तरह की हानि न उठानी पड़े इस लिए पशुपलान विभाग पालतू पशुओं का बीमा कर रहा है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई इस योजना में जिला भर के करीबन 1000 पशुओं का बीमा किया जा रहा है। जिसमें से 935 पशुओं का बीमा हो चुका है। ग्रामीणों से आग्रह है कि वह पशुओं का बीमा अवश्य करवाएं ताकि अनहोनी घटनाओं से होने वाली हानि से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि पशुओं का 35 000 तक का बीमा किया जा रहा है। जिस पर सरकारी अनुदान भी दिया जा रहा है।