नियम 67 के तहत चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष का सदन से वॉकआउट, CM पर झूठ बोलकर सदन को गुमराह करने का आरोप

एंकर – विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन नियम-67 के तहत विपक्ष की ओर से मांगी गई चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया. विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए चर्चा मांगी गई थी. सत्र के दूसरे दिन भी इसको लेकर चर्चा चली. इस दौरान जब मुख्यमंत्री अपना जवाब दे रहे थे उस कारण विपक्ष ने मुख्यमंत्री के जवाब से असंतोष जताते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया. विपक्ष ने सरकार पर सदन में झूठ बोलने और सदन को गुमराह करने के आरोप लगाए हैं

VO : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि नियम 67 के तहत भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा मांगी थी. जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के सभी विधायकों ने गंभीर आरोप सरकार पर लगाए थे. मुख्य रूप से एक्साइज पॉलिसी को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप थे लेकिन मुख्यमंत्री ने अपने जवाब में उनके आरोपों का जवाब नहीं दिया और मुख्यमंत्री दाएं बाएं की बात कर रहे थे. जयराम ठाकुर ने कहा कि लगभग 40 मिनट से ज्यादा समय तक विपक्ष ने मुख्यमंत्री का जवाब सुना. उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं मिला ऐसे में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया. वहीं पत्र बम के सवाल पर जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक के दफ्तर से किसी व्यक्ति ने पत्र की तस्वीर वायरल कर दी इसको लेकर विधायक को दोषी नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा कि पत्र में क्या कंटेंट था उसके आधार पर जांच होनी चाहिए. इसके अलावा जयराम ठाकुर ने एडीबी प्रोजेक्ट्स में सरकार पर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के भी आरोप लगाए हैं. इसके अलावा जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार के वक्त शिव धाम प्रोजेक्ट और धर्मशाला कन्वेंशल सेंटर के दो प्रोजेक्ट के लिए धनराशि आवंटित की गई लेकिन अभी तक इसका काम शुरू नहीं हुआ है.