जिला सोलन में बारिश नहीं हो रही है किसानों के खेत सूखने की कगार पर पहुंच रहे है। जिसको देख कर कृषि विभाग भी बेहद चिंतित है। अगर बारिश नहीं होती है तो किसानों को काफी हानि उठानी पड़ सकती है। इस नुक्सान से किसानों को बचाने के लिए अब कृषि विभाग ने किसानों को जागरूक करना शुरू कर दिया है उन्हें बताया जा रहा है कि वह किस तरह से अपने खेतों में नमी को रोक सकते है। क्योंकि अगर खेतों में नहीं रहेगी तभी किसानों बिजाई कर सकेंगे। अगर नमी नहीं होगी तो उनका बीज खराब और बर्बाद हो सकता है। यह जानकारी कृषि उपनिदेशक देवराज कश्यप मीडिया को दी।
कृषि उपनिदेशक देवराज कश्यप ने बताया कि बारिश न होने की वजह से किसानों के खेत सूख रहे है। उन्होंने बताया कि इस बार सोलन में न के बराबर बारिश हुई है। यही वजह है कि किसान समय पर बिजाई नहीं कर पाया है। अगर अभी भी बारिश नहीं होती है तो उनके बीज भी खराब हो सकते है। इस लिये किसानों को चाहिए कि वह मल्चिंग का उपयोग करें ताकि उनके खेतों में अधिक से अधिक नमी बनी रहे। उन्होंने बताया कि मल्चिंग की तकनीक खेतों में पानी की नमी को बनाये रखने और वाष्पीकरण को रोकने में सहायक साबित होती है। खेतों में नमी रखने के लिये जो भी कदम किसान उठा सकता है वह उसे उठाने चाहिए ताकि भविष्य में होने वाली हानि से वह बच सके।