नगर निगम में शमिल न होने को लेकर हमीरपुर नगर की आसपास की पंचायतों में सुगबुगाहट बढ़ गई है। ग्राम पंचायत बजूरी के निवासियों ने उपायुक्त से मिल नगर निगम क्षेत्र से बाहर रखने के लिए ज्ञापन सीएम को भेजा । पंचायत प्रतिनिधि नगर निगम में शामिल न होने को लेकर लगातार डीसी से मिलकर ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेज रहे हैं कि उनकी पंचायत को नगर निगम में शामिल न किया जाए।
पंचायत उपप्रधान मनोज कुमार ने बताया कि पंचायत वह सभी कार्य करने में सक्षम है जो लोगों की सुविधा के लिए होने चाहिए। लोगों की मलकियती भूमि और जंगलात भूमि में पंचायतें कार्य नहीं कर सकती है। जोकि नगर निगम भी नहीं कर पाऐगा। उन्होंने बताया कि पंचायत में गरीब तबके के लोग बहुत है। जोकि नगर निगम के हिसाब से कोई भी टैक्स नहीं दे सकते है। लोगों की छोटे छोटे काम और उनकी समस्याएं पंचायत की 9 या 10 लोगों की टीम बड़ी आसानी व आराम से सुलझाती है। लेकिन नगर निगम में आने से बार्ड में एक ही पार्षद होगा, जोकि पंचायत की तरह सभी की समस्याओं को सुलझाने में सक्षम नहीं होगा, और उसे हर छोटे छोटे काम के लिए जिला कार्यालय में आना पड़ेगा।