प्रदेश भाजपा मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रणधीर शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस द्धारा 11 दिसंबर को बिलासपुर में होने वाले दो वर्ष के जश्न कार्यक्रम एवं बिजली की बढी हुई दरों पर सवाल उठाए है। प्रदेश कांग्रेस की दो वर्षो की कोई विशेष उपलब्धि नहीं है। बल्कि इसके विपरीत प्रदेश सरकार ने कई जनविरोधी निर्णय लिए है। तथा बिजली की 300 युनिट मुफत देेने के वादे के विपरीत इसकी दरांें में बेहताशा बढोतरी कर दी है। जिससे कई बडे उद्योग पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। प्रदेश कंांग्रेस सरकार बताए कि किन उपलब्धियों को लेकर दो वर्ष का जश्न कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। वह वीरवार को यहां पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। रणधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने गत दो वर्षा में जहां 15 हजार से अधिक संस्थान बंद किए । वहीं, सरकार अपने वादे के मुताबिक बेरोजगारों के लिए नौकरियांे के अवसर पर पैदा नहीं कर पाई है जबकि हर वर्ष एक लाख नौकरियां देने का वादा किया था। यह सरकार न तो महिलाओं को 1500-1500 दे पाई और न ही किसानों से दो रूपये किलो गोबर व सौ रूपये प्रति किलो दूध खरीद पाई है । ऐेसे में अगर कांग्रेस सरकार की राजनैतिक उपलब्धियों पर चर्चा करे तो प्रदेश सरकार को सीपीएस मामले मे अदालत में मुंह की खानी पडी। वहीं, इस कार्यकाल में दिल्ली स्थित हिमाचल भवन कुर्क होने की कगार पर है तो वहीं, एचपीटीडीसी के 18 होटलों पर अदालत के निर्णय अनुसार तलवार लटक गई है। भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी वादे के तहत लोगों को 300 युनिट निशुल्क बिजली देने के वादा किया था। लेकिन इसके विपरीत बिजली की दरों में बढोतरी करने के साथ साथ पर्यावरण व मिल्क सैस भी जोड दिया। जिससे प्रदेश में चल रहे उद्योग पलायन करने को मजबूर हो रहे है। प्रदेश भाजपा इस निर्णय की निंदा की है तथा इस निर्णय को वापिस लेने की मांग की है।