डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के पुष्प विज्ञान एवं परिदृश्य वास्तुकला विभाग के छात्रों और वैज्ञानिकों ने हाल ही में करनाल में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में कई पुरस्कार जीतकर कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया।
यह सम्मेलन महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल में भारतीय सजावटी बागवानी सोसाइटी के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के चार वैज्ञानिकों और दस छात्रों ने भाग लिया। विभिन्न संस्थानों और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के प्रमुख वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने सजावटी बागवानी पर अपने नवीनतम शोध निष्कर्ष प्रस्तुत किए, जो उभरते वैज्ञानिकों और छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुए।
सम्मेलन में प्रमुख उपलब्धियों में से एक, पुष्प विज्ञान और परिदृश्य वास्तुकला विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. सीता राम धीमान को बागवानी क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए भारतीय सजावटी बागवानी सोसाइटी के फेलो का सम्मान दिया गया।
इसके अतिरिक्त, सहायक प्रोफेसर डॉ. भारती कश्यप ने श्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति पुरस्कार जीता जबकि डॉ. सभ्य पठानिया को उनके उत्कृष्ट मास्टर शोध कार्य के लिए श्रेष्ठ शोध पुरस्कार से नवाजा गया। छात्र श्रेणी में, अंशुल कुमार, डॉ. शिल्पा कमल और गुलशन बिर्संता को श्रेष्ठ पोस्टर प्रस्तुति पुरस्कार जबकि डॉ. निधि शर्मा ने श्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति पुरस्कार जीता। सम्मेलन में विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री, थुनाग के पूर्व डीन डॉ. वाईसी गुप्ता को उनके सजावटी बागवानी क्षेत्र में उनके योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल, वैधानिक अधिकारियों, वैज्ञानिकों और कर्मचारियों ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और आभूषण बागवानी के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की।