हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के तत्वावधान में तीन दिवसीय अंतर महाविद्यालय महिला बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन स्वामी विवेकानंद राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय, घुमारवीं में किया गया। इस प्रतियोगिता में 17 महाविद्यालयों से लगभग 70 महिला प्रतिभागी हिस्सा ले रही हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्मानी ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। कॉलेज के प्राचार्य प्रीतम लाल ने मंत्री का स्वागत करते हुए प्रतियोगिता का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया और इसके महत्व पर प्रकाश डाला
मंत्री राजेश धर्मानी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दौर में शिक्षा केवल अकादमिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं है, बल्कि समग्र विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि खेल और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियां विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। इनसे अनुशासन, टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है, जो विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व निर्माण में सहायक होता है
मंत्री धर्मानी ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और तकनीकी प्रगति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि आज के AI युग में शिक्षा में अभूतपूर्व बदलाव आ रहे हैं। रोबोटिक शिक्षकों से बच्चे प्रश्न पूछ सकते हैं और AI टूल्स के माध्यम से शिक्षा अधिक सुलभ और रोचक हो गई है। पहले केवल शैक्षणिक उपलब्धियों पर ही जोर दिया जाता था, लेकिन अब संपूर्ण शिक्षा में खेल और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों की भूमिका बढ़ रही है। उन्होंने इस बैडमिंटन प्रतियोगिता को विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास के लिए एक यादगार अनुभव बताया
कॉलेज के प्राचार्य प्रीतम लाल ने अपने संबोधन में कहा कि अकादमिक के साथ खेलों में भाग लेना बच्चों के ऑलराउंड विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। खेल न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूती प्रदान करते हैं उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के समापन पर, सभी प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और खेल भावना के लिए सम्मानित किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों को अपने कौशल विकास और खेल के प्रति लगाव को प्रोत्साहन मिल सके