कांगड़ा प्रवास के दौरान हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि उन्होंने आज मोबाइल हैल्थ वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है, मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि झुग्गी झोंपड़ी से लेकर गांव तक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएं, साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में जो हैल्थ सेक्टर का नुकसान हुआ है, बहुत अधिक हुआ है हमारी सरकार की प्राथमिकता में हैल्थ सेक्टर प्रायरटी लिस्ट में एजुकेशन सेक्टर प्रायरिटी लिस्ट में है और हैल्थ सेक्टर में हमने दिन प्रतिदिन बदलाव कर रहे हैं…
उन्होंने कहा कि उन्होंने टांडा मेडिकल कॉलेज में भी विजिट कर हैल्थ ऑफिसर्स के साथ बैठक की है टांडा मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर की कितनी सीटे चाहिए प्रोफेसर की कितनी चाहिए किस डिपार्टमेंट की ज्यादा प्रॉब्लम है मैडिसन में है न्यूरो में है हमने बैठक कर इस पर विचार किया है उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज को हाई एंड टेक्नोलॉजी मेडिकल टेक्नोलॉजी से हम सॉल्व करने की कोशिश कर रहे हैं मेडिकल सेक्टर में पैसे की कोई कमी नहीं है एजुकेशन सेक्टर में पैसे की कोई कमी नहीं है उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर क्वालिटी सिस्टम होना चाहिए क्वालिटी एजुकेशन सिस्टम होना चाहिए जो पिछले 5 साल में क्वालिटी से कंप्रोमाइज करके जो हमारे हिमाचल की जनता है उनको सही जानकारी न देकर जो यह कार्य पिछली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है हमारी सरकार उसको दुरुस्त करके व्यवस्था परिवर्तन करके आगे हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारियों को अपने पैरों पर खड़ा होना पड़ेगा क कर्मचारियों से भी हम बात करेंगे बिजली विभाग के कर्मचारी हमारे परिवार के सदस्य हैं उन्हें बात समझनी होगी उनको अपने पैरों पर खड़ा होना पड़ेगा उन्होंने कहा कि कर्मचारियों से भी हम बात करेंगे पिछले काफी सालों से जहां सुधार होने चाहिए वहां सुधार नहीं हुआ उन्होंने कहा कि कही ऐसा ना कि कुछ समय बाद बिजली बोर्ड में ऐसी स्थिति पैदा हो जाये जिससे बिजली बोर्ड को चलाने में मुश्किल हो उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड के जो कर्मचारी व पेंशन भोगी हैं ढाई रुपए पर यूनिट उनकी पेंशन पर और उनकी सैलेरी पर खर्चा आता है उन्होंने कहा कि सबसे सस्ती दरों में हैम बिजली खरीदते है और सबसे महंगी हम बेच रहे है कहीं पांच तो कही 7 रुपये पर यूनिट बिजली बेच रहे है उन्होंने कहा कि इसको ठीक करने की जरूरत है और वह इसको लेकर बिजली बोर्ड के कर्मचारियों से भी बात करेंगे और बिजली बोर्ड के कर्मचारियों से ही सुझाव लिए जाएंगे।