शूलिनी विश्वविद्यालय के योगानंद स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर और डेटा साइंस ने कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) हमीरपुर के सहयोग से आगामी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मानव-कंप्यूटर इंटरेक्शन और संज्ञानात्मक कंप्यूटिंग (HCICC-25) पर, जो की 8 जनवरी, 2025 से होनी निर्धारित है, इसके लिए एक प्री-इवेंट के रूप में एक पोस्टर प्रस्तुति का आयोजन किया। ।
इस आयोजन में हिमाचल प्रदेश, पंजाब और तेलंगाना की 15 टीमें शामिल थीं। इन छात्र टीमों ने अपने संकाय पर्यवेक्षकों के साथ सम्मेलन की थीम के अनुरूप नवीन विचारों का प्रदर्शन किया। उनकी प्रस्तुतियों का उद्देश्य सामाजिक चुनौतियों को हल करना और स्थायी समाधानों को बढ़ावा देना था।
पोस्टर प्रस्तुति का समापन प्रतिभागियों के असाधारण योगदान को मान्यता देते हुए विजेताओं की घोषणा के साथ हुआ। सीएसआईआर-सीएसआईओ, चंडीगढ़ के प्रोजेक्ट एसोसिएट पीयूष ठाकुर ने पहला स्थान हासिल किया। दूसरा स्थान एमएमयू सोलन, हिमाचल प्रदेश की फैकल्टी काजल बन्याल को दिया गया। शूलिनी विश्वविद्यालय के छात्र कार्तिकेय शर्मा और राजदीप राणा ने अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया।
कार्यक्रम की शुरुआत एचसीआईसीसी-25 के जनरल चेयरपर्सन और शूलिनी विश्वविद्यालय में कंप्यूटर एप्लीकेशन के प्रमुख प्रोफेसर पंकज वैद्य के स्वागत भाषण के साथ हुई।
शूलिनी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के एसोसिएट डीन डॉ. बाबू सुंदरम और प्री-पोस्टर प्रेजेंटेशन के सत्र अध्यक्ष और खालसा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, अमृतसर, पंजाब में रिसर्च एंड कंसल्टेंसी के डीन डॉ. रिपिन कोहली ने भी अपने विचार साझा किए।
डॉ. सुंदरम ने अनुसंधान गतिविधियों में छात्रों की भागीदारी के महत्व को सुदृढ़ करते हुए, पोस्टर प्रस्तुति और आगामी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन दोनों के आयोजन के लिए योगानंद स्कूल ऑफ एआई द्वारा की गई पहल की सराहना की।
कार्यक्रम का समापन एचसीआईसीसी-25 के संयोजक डॉ. अरविंद शर्मा के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों, संकाय पर्यवेक्षकों और आयोजन सदस्यों के प्रयासों की सराहना की।