हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व राज्य अध्यक्ष गोपाल दास वर्मा ने एक बार फिर से कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री हिमाचल केवल अधूरी घोषणाएं कर रहे हैं जिससे ना तो कर्मचारियों को और ना ही सेवा निवृत्त कर्मचारियों को कोई लाभ हो रहा है और मुख्यमंत्री लाभ की बात कह रहे हैं वह केवल ढकोसला मात्र है । जो ऊंट के मुंह में जीरा वाली बात है। उन्होंने कहा कि जो मांगे कर्मचारियों की थी वह तो प्रदेश सरकार द्वारा पूरी नहीं की जा रही है। वह केवल कर्मचारियों को बहलाने का काम कर रहे हैं
गोपाल दास वर्मा ने तीखा तंज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हिमाचल ने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता की एक किस्त देने की बात कही है लेकिन उसमें उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उसमें पिछला एरियर भी शामिल होगा या नहीं होगा। .उन्होंने कहा कि महंगाई भत्ते की तीन किस्ते अभी लंबित है वह तीनों किश्तें प्रदेश सरकार द्वारा दी जानी चाहिए थी। प्रदेश के कर्मचारी दो किस्तों की मांग कर रहे थे। लेकिन उनके हाथ में अब एक महंगाई भत्ते की एक किश्त थमाने की बात कही गए है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने पंजाब वेतनमान तर्ज पर ₹50000 का एरियर कर्मचारियों को दिया था लेकिन वर्तमान सरकार ने कोई भी एरियर नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि पेंशन और वेतन , कर्मचारियों की मांग नहीं है। उनकी मांग एरियर और अतिरिक्त महंगाई भत्ते की है जो प्रदेश सरकार द्वारा दी नहीं जा रही है इसलिए कर्मचारी प्रदेश सरकार से खुश नहीं है