सोलन शूलिनी माता मंदिर में दुर्गा संकीर्तन मंडली, नव दुर्गा संकीर्तन मंडली, बाल वैष्णो संकीर्तन मंडली के पूर्व सदस्यो द्वारा लगातार रात्रि नौ बजे के बाद नवरात्रे पढ़े जा रहे है छटे नवरात्रे पर मां दुर्गा के छटे स्वरूप माता कात्यायनी की आराधना व पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। रात नौ बजे के बाद बड़ी संख्या में भगत ने शूलिनी माता मंदिर पहुंच माता का गुणगान सुना। माता कात्यायनी की व्याख्या करते हुए भक्त प्रदीप इंग्रेवर ने कहा की आचार्यो के अनुसार महर्षि कत्यायन की घोर तपस्या से खुश होकर मां कात्यायनी ने कात्यायन महर्षि को वरदान दिसा की मै पुत्री रूप मे आपके घर जन्म लुंगी मां कात्यायनी गोरी मां का रूप है, जिस समय कृष्ण भगवान ने कंश का वध्ध किया था उस समय कृष्ण भगवान ने रेत से एक प्रतिमा मां कात्यायनी की बनाई थी जो आज भी वृंदावन मे मंदिर मे स्थापित है मां कात्यायनी पीले धारण करती है उन्होने बताया की कुंवारी कन्या मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करे तो उसका विवाह समय से हो जाता है मां की पूजा से रोग, संताप खत्म हो जाता है और जीवन धन धान्य से युक्त हो जाता है । उपस्थित सभी भगतो ने मां कात्यायनी का नवरात्रा पढ़ा और भजन कीर्तन किया हाथ पकड़ ले कन्हैया, मेरा रोम रोम तेरा नाम जपे मां, तेरे दर्शन ने मां आवेंगे मां यातरू, चोला पहनो,गुफा सुहानी बैठी महारानी, मंगलवार तेरा है हर ये संसार तेरा है बालाजी कृपा करना और अन्य भजनो से मां को भोग लगाया गया।
विशाल ओबेरॉय,दीपक वर्मा ,नीरज वर्मा, विवेक ओबरॉय, संजय अग्रवाल, अमितओबरॉय, विशेष रूप से चंद्रकांत,अशोक गागट, राकेश अग्रवाल ,मोनू गुप्ता, मोहन दत्त शर्मा, ,नीरज गुप्ता ,अनूप सिंगल, छोटू बिग, मोनू गुप्ता, नरेंद्र कुमार, मुकेश गुप्ता और आमजन मौजूद रहे।